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कानपुर के बिकरू गांव में मनु पांडेय और गोपाल सैनी ने एक बार फिर कत्ल की रात कहानी फिर दोहराई। मनु ने डीआईजी के सामने सीओ देवेंद्र मिश्रा की निर्मम हत्या से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने और साजिश रचे जाने तक का पूरा घटनाक्रम बताया।

उधर जेल में बंद गोपाल सैनी ने पुलिस को बयान दर्ज कराए जिसमें उसने पूरी वारदात कबूली। कहा कि वारदात वाली रात विकास ने कहा था कि पुलिस के भेष में बदमाश गांव में हमला करने आ रहे हैं, तैयार हो जाओ। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह कानपुर एसएसपी पद की जिम्मेदारी संभालने के नौ दिन बाद बिकरू गांव पहुंचे।
उन्होंने विकास के घर का निरीक्षण किया और फिर उस जगह पर पहुंचे जहां पर चार पुलिसकर्मियों के शव पड़े मिले थे। इसके बाद वह एनकाउंटर में मारे गए प्रेम प्रकाश पांडेय के घर पहुंचे। यहीं पर सीओ देवेंद्र मिश्र मारे गए थे। इस दौरान उन्होंने प्रेम प्रकाश की बहू मनु पांडेय से विस्तार से पूछताछ की।

दरवाजे पर भी दो पुलिसकर्मियों को मार दिया था। वायरल कॉल रिकॉर्डिंग के बारे में मनु ने बताया कि वो उसी की हैं। उस रात विकास के कहने पर ही उसने ससुर को फोन कर बुलाया था। वारदात के बाद उसने रिश्तेदारों को कॉल की थी। उधर, बिकरू कांड में गांव निवासी गोपाल सैनी नामजद आरोपी है। पांच दिन पहले वो माती कोर्ट में सरेंडर कर जेल चला गया था।

डीआईजी ने बताया कि जेल में विवेचक ने उसके बयान दर्ज किए। उसने बताया कि दो जुलाई की रात विकास ने कहा था कि पुलिस के भेष में बदमाश गांव में हमला करने वाले हैं। सभी तैयार हो जाएं। इसके बाद गोपाल ने विकास के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों पर गोलियां दागी थीं। डीआईजी ने बताया कि गोपाल को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी जा चुकी है। मंजूरी मिलते ही उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा।
बिकरु गांव में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में सोमवार को एसएसपी कानपुर नगर प्रीतिंदर सिंह पहुंचे। उन्होंने कुख्यात विकास दुबे की कोठी और वारदात स्थल का बारीकी से मुआयना किया। चौबेपुर एसओ से पूरी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वारदात में शामिल फरार अन्य अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की बात कही।