कानपुर पैथालॉजी कर्मी संजीत अपहरण-हत्याकांड में स्वजनों का धैर्य जवाब दे गया और पुलिस को चकमा देकर सीएम से न्याय की मांग करने के लिए पैदल निकल पड़े। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो स्वजनों के साथ मौजूद भीड़ नारेबाजी करने लगी। पुलिस ने ट्रक और पुलिस जीप लगाकर सर्विस रोड पर आवागमन रोक दिया तो संजीत के स्वजन सर्विस रोड पर बैठ गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। काफी मान मनौव्वल के बाद एसीएम को ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन समाप्त किया।
बर्रा निवासी पैथालॉजी कर्मी संजीत यादव अपहरण कांड के बाद पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। आराेपितों ने संजीत की हत्या करके शव पांडु नदी में फेंकने की जानकारी दी थी। पुलिस आज तक न तो शव बरामद कर सकी और न ही उसक अन्य सामान। स्वजनों द्वारा पुलिस की भूमिका पर संदेह जताने पर शासन ने सीबीआई जांच की सिफरिश कर दी है। इससे पुलिस की जांच बंद होने से स्वजनों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को न्याय की मांग को लेकर संजीत स्वजन मुख्यमंत्री आवास जाने के लिए पुलिस को चकमा देकर घर से निकल पड़े।
संजीत के स्वजन बर्रा गांव पहुंचे थे कि जनता नगर चौकी का फोर्स पहुंच गया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो स्वजन के साथ मौजूद लोग हाथ में तख्तियां लेकर संजीत के हत्यारों को फांसी दो के नारे लगाने लगे। स्वजन बाईपास से लखनऊ के रास्ते पर पैदल आगे बढ़ते रहे। बर्रा बाईपास चौराहे पर सीओ गोविंद नगर ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने। इस बीच नौबस्ता समेत कई अन्य थाने का फोर्स बुलाया गया।
संजीत की बहन रुचि का कहना है कि सीबीआइ जांच के नाम पर पुलिस और अफसर बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं। 15 दिन होने को है, अब तक सीबीआई जांच के लिए नहीं आई है। दूसरे मामलों में तो दो दिन में ही सीबीआइ पहुंचकर छानबीन कर लेती है। मेरे भाई के मामले में ये लेटलतीफी क्यों? रुचि का कहना है वह स्वजनों के साथ मुख्यमंत्री आवास पैदल जाने के लिए निकली हैं। अगर न्याय नहीं मिला तो स्वजनों संग आत्मदाह करेगी।
स्वजनों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने हाईवे की सर्विस रोड पर ट्रक और जीप लगाकर रोक दिया। इससे नाराज संजीत के पिता चमन सिंह ट्रक के आगे लेट गए। वहीं स्वजनों ने हाईवे पर बैठकर जाम लगा दिया। हाईवे जाम होने से नौबस्ता से हमीरपुर की ओर तथा यशोदा नगर जाने वाले वाहनों को मौरंगमंडी से डायवर्ट किया गया। वहीं भौंती से रामादेवी की ओर जाने वाले वाहनों को नौबस्ता चौराहे पर रोका गया।
कुछ ही देर में एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल भी पहुंच गए, उनके साथ ही सीओ गीतांजलि भी आ गईं। पुलिस के समझाने पर भी परिजन नहीं माने और बाद में एसीएम मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मुख्यमंत्री से मिलवाने के लिए दो दिन का समय मांगा, इसके बाद स्वजनों ने एसीएम को ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन समाप्त कर दिया। करीब एक बजे हाईवे की सर्विस रोड से यातायात शुरू हो सका।