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अयोध्या । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के साथ-साथ देश और दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जब प्रधानमंत्री अयोध्या में लगभग 500 वर्षो की परीक्षा के परिणाम के साथ भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण है। एक नए भारत की आधारशिला भी रखने का अवसर है।”

मुख्यमंत्री योगी सोमवार को अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राममंदिर भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “पांच अगस्त का दिन हमारे लिए गौरवशाली व ऐतिहासिक है। इसके महत्व को समझते हुए, यहां अयोध्या में कार्यो का अवलोकन करने के लिए मैं स्वयं आया हूं। कार्यक्रम रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का है। उसमें बाहर की व्यवस्था और सुरक्षा देखने आया हूं।”

योगी ने कहा, “यहां पर हम आज बाहर की व्यवस्था आदि देखने तथा निरीक्षण करने के लिए हम यहां आए हैं। यहां पर कहीं भी कोई कोताही न बरती जाए, हम लोगों ने इसके लिए पूरी तत्परता के साथ तैयारी की है। प्रशासन का मुख्य फोकस कोविड-19 के प्रोटोकॉल को मजबूती से लागू करने पर है। प्रशासन ने इस बात का पूरा ख्याल रखा है।”

उन्होंने कहा, “अयोध्यापुरी में हो रहे आयोजन में केवल आमंत्रित ही आएं। वैसे, हर भारतीय चाहता होगा कि वह इस क्षण का साक्षी बने। 135 करोड़ लोगों की आकांक्षा के प्रतीक प्रधानमंत्री स्वयं हैं। ट्रस्ट ने जो व्यवस्था बनाई है, उसका पालन किया जाएगा। जो अमंत्रित हैं, उनके लिए व्यवस्था की जा रही है। शेष सभी लोग घर और आश्रमों में रहें। सभी लोग इस दिन मंदिरों में दीप जलाएं। रामायण का अखंड पाठ करें। उन लोगों का स्मरण करें, जिन्होंने मंदिर के लिए बलिदान दिया है। उन सभी को श्रद्धांजलि दें। इससे बढ़कर कोई दूसरा कार्य नहींे। कोविड-19 के बाद देश-प्रदेश के लिए एक व्यवस्थित कार्यक्रम करेंगे। मार्यादा का पालन करते हुए इस कार्यक्रम से जुडें़।”

इससे पहले, उन्होंने अयोध्या का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण के बाद वह साकेत डिग्री कॉलेज में बने हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर से उतरे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोंडा में बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए दोपहर में धर्मनगरी अयोध्या पहुंचे। इससे पहले उनको रविवार को ही अयोध्या जाना था, लेकिन मंत्री कमलरानी वरुण के निधन के कारण उनका दौरा रद्द हो गया था।