गाजियाबाद। स्वच्छ भारत अभियान के दौरान जहां नगर निगम पार्कों के सौंदर्यीकरण पर जोर दे रहा है। वहीं मानसून में पार्क को हरा-भरा बनाने की योजना पर नगर निगम काम कर रहा है। इसके लिए नगर आयुक्त डॉ. दिनेश चंद्र द्वारा उद्यान विभाग के अधिकारियों को पूरी तैयारी करने को कहा गया है। उद्यान विभाग द्वारा बागवानी में काम आने वाले औजार की खरीददारी की जा रही है वहीं नगर निगम के नर्सरी में अधिक से अधिक पौधे तैयार किये जा रहे हैं।
इस बार नगर निगम की योजना है कि इस वर्ष शहरी क्षेत्र में कुछ ऐसे पार्क विकसित किये जाये जहां सघन वृक्षारोपण होगा और फलदार एवं छायादार पौधे लगेंगे। कुछ पार्क इस तरह से विकसित किये जाएंगे जहां पर हरियाली के माध्यम से सौदर्यीकरण भी हो और वह लोगों को आकर्षित भी करें। अपर नगरायुक्त एवं वरिष्ठ उद्यान प्रभारी आरएन पांडे के नेतृत्व में उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, उद्यान निरीक्षक योजना को अमलीजामा पहनाने में जुटे हैं।
गाजियाबाद शहर में वर्तमान में 1143 पार्क हैं और 50 से अधिक ग्रीन बेल्ट हैं। जिनकी देख रेख गाजियाबाद नगर निगम द्वारा की जाती है।
इसके लिए नगर निगम द्वारा बागवानी के काम आने वाले उपकरण की खरीददारी की जा रही है। नगर निगम द्वारा पार्कों के लिए कुल्हाड़ी, दरांती, कुदाल, घास काटने का आला, बेलचा, करणी, छोटी एवं बड़ी कैंची इत्यादी की खरीद की जाएगी। पूर्व में जो खरीददारियां हुई है उसमें इन उपकरणों की गुणवत्ता बेहद खराब रही है। इसलिए इस बार क्वालिटी का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ. दिनेश चंद्र, ने बताया कि मानसून ने दस्तक दे दी है। इस बार अधिक से अधिक पौधे लगाने की योजना बनाई गई है। पार्कों में नींबू, अनार, अमरूद, कदंब, नीम, कटहल, जामुन, मौलश्री, आंवला, पिलखन, शीशम, बेल पत्थर और कैनोपी वर्ग में नीम, आम, पीपल, बरगद जैसे पौधे लगाए जाएंगे। ऐसे पौधे लगाए जाएंगे जो फलदार और छायादार होने के साथ-साथ अधिक ऑक्सीजन उर्त्सजित करने वाला पौधा होगा। उद्यान विभाग द्वारा वागवानी के लिए जो उपकरण खरीदे जाएंगे उनमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। खरीददारी से पहले पार्कों में इन उपकरणों की जांच की जाएगी।