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मुरादाबाद।  हाईवे पर देवापुर गांव के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में कैंटर घुस जाने से सिपाही अजय कुमार और उनके बेटे की मौत हो गई जबकि पत्नी समेत पांच लोग जख्मी हुए हैं। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिपाही शाहजहांपुर के सीओ पुवायां के दफ्तर में तैनात थे। उनका तबादला हापुड़ के लिए हुआ था। वह अपने परिवार के साथ मेरठ आ रहे थे। मेेेेरठ मेें पुलिस कर्मी ने अपना मकान बना रखा है। पुलिस ने पिता-पुत्र के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत अजय कुमार मूल रूप से जनपद शामली के ग्राम लॉक के रहने वाले थे। उनकी तैनाती शाहजहांपुर जिले के पुवायां तहसील में सीओ कार्यालय में थी। अजय कुमार का हाल ही तबादला हापुड़ जनपद में हुआ था। वह शनिवार की रात शाहजहांपुर से कैंटर में अपना घरेलू सामान भरकर पत्नी अनुमपा, बेटे विशेष, बेटी वाटिका, परी और भांजी सिमरन के साथ साथ मेरठ स्थित अपने आवास के लिए रवाना हुए थेेे। सिपाही और उनका नौ साल का बेटा विशेष कुमार चालक के पास आगे बैठे थे। पत्नी और अन्य परिवार के सदस्य पीछे कैंटर में पड़ी चारपाई पर बैठकर आ रहे थे। कैंटर मुरादाबाद बरेली हाईवे पर सुबह चार बजे मुरादाबाद के थाना कटघर क्षेत्र के देवापुर गांव के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से घुस गया। हादसे में चालक के बराबर में बैठे सिपाही अजय कुमार और उनके बेटे विशेष कुमार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। कैंटर में पीछे बैठी उनकी पत्नी समेत सभी परिवार के लोग जख्मी हो गए। कैंटर चालक भी कैंटर बुरी तरह से फंस गया। पुलिस ने घायलों को 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में कैंटर का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।  सिपाही और बेटे का शव कैंटर के अगले हिस्से को काटकर निकाले गए। कैंटर चालक को भी गंभीर चोटें आई हैं।  हादसे की सूचना से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। प्रभारी निरीक्षक कटघर गजेंद्र सिंह ने बताया कि शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम भिजवाया जा रहा है। ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा लिखकर कार्रवाई की जाएगी।

मच गई अफरातफरी 

हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया। सूचना पाकर कुछ की देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों की मदद से हादसे में घायल परिवार के अन्‍य लोगों को अस्‍पताल में भर्ती कराया।

टूट गया परिवार का सपना 

तबादले के बाद परिवार के लोग खुशी-खुशी मेरठ जा रहे थे। उन्‍हें नहीं पता था कि आगे आने वाले एक हादसे में उनके सपने टूट जाएंगे। मेरठ जाने से पूर्व पुलिस कर्मी अजय को समारोह पूर्वक विदाई भी दी गई थी। नई जगह नए कार्यालय के लोग भी उनके आने की राह देख रहे थे। लेकिन यह पूरा नहीं हो पाया।