लखनऊ। एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में सामने आया है कि पिछले नौ दिनों में कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए 2,290 रोगियों ने लखनऊ प्रशासन को अपने नाम, पते, संपर्क नंबर आदि की गलत जानकारियां दी हैं। इन मरीजों की 23 से 31 जुलाई के बीच जांच की गई थी। यह मुद्दा तब सामने आया जब प्रशासन ने मरीजों को उनकी कोविड-19 रिपोर्ट बताने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की।
जिला प्रशासन ने इस मामले में राज्य पुलिस के सर्विलेंस डिवीजन की मदद मांगी है। वहीं 1,171 रोगियों का पता लगाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। हालांकि 1,119 रोगी अभी भी नहीं मिले हैं और उनके बारे में पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
प्रशासन को अपने बारे में गलत जानकारी देने के चलते इन लोगों पर कानूनी कार्रवाई भी होगी।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने कहा, “कोरोनावायरस संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए हजारों परीक्षण किए गए थे। इसके लिए लखनऊ में कई स्थानों पर शिविर लगाकर लोगों के परीक्षण किए गए। इस दौरान, कुछ लोगों ने अपने गलत नाम, पते और संपर्क नंबर जमा किए। हमने अब तक 1,171 रोगियों का पता लगा लिया है। वहीं शेष रोगियों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अब परीक्षण करने वाले सभी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को लोगों के नमूने लेने से पहले उनकी जानिकारियों को सत्यापित करने का निर्देश दिया गया है।”
लखनऊ में रविवार को कोविड-19 के कारण 14 लोगों की मौत हुई है और 391 नए मामले सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, रविवार को राज्य में 3,953 नए मामले आने के बाद कुल संख्या 92,921 हो गई है। वहीं 1,730 लोगों की मौत हो चुकी है।