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कासगंज। उत्तर प्रदेश में 25 जगहों पर ‘पढ़ाने’ वाली और 13 महीनों के दौरान एक करोड़ रुपये सैलरी लेने की आरोपी महिला टीचर अनामिका शुक्ला को शनिवार को कासगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कासगंज जिले के थाना सोरों कोतवाली के इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह का कहना है कि अनामिका शुक्ला पर एक साथ 25 जिलों में फर्जी अभिलेखों से धोखाधड़ी कर नौकरी करने और वेतन लेने का आरोप है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

जानकारी के मुताबिक, 25 जिलों में नौकरी करने की आरोपी शिक्षिका अनामिका शुक्ला शनिवार को कासगंज जिले में त्यागपत्र देने आई थी। सूचना मिलने पर कासगंज पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बीएसए अंजलि सिंह ने अनामिका शुक्ला के खिलाफ थाना सोरों में एफआईआर लिखाने के लिए तहरीर दी है। जिस पर पुलिस की ओर से एफआईआर लिखी जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अनामिका शुक्ला ने अपने पिता का नाम राजेश बताया है।

मैनपुरी जिले के एक व्यक्ति ने दिलाई थी नौकरी
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस हिरासत में आरोपी अनामिका शुक्ला ने बताया कि वह वर्तमान में गोंडा से बीएड कर रही है। उसको नौकरी मैनपुरी जिले के एक व्यक्ति ने दिलाई थी। उसका नाम राज बता रही है। कासगंज जिले के थाना सोरों कोतवाली के इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह का कहना है कि आरोपी महिला से पूछताछ जारी है। टीचर की बातों की जांच की जाएगी।

एक करोड़ रुपये कमाने का आरोप
बता दें कि मैनपुरी की अनामिका शुक्ला की पोस्टिंग प्रयागराज, अंबेडकरनगर, अलीगढ़, सहारनपुर, बागपत सहित अन्य जिलों के KGBV स्कूलों में पाई गई है। इन स्कूलों में टीचर्स की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर होती है और हर महीने 30 हजार रुपये की तनख्वाह रहती है। 13 महीनों के दौरान टीचर पर कथित तौर पर एक करोड़ रुपये कमाने का आरोप लगा है। टीचर्स का डेटाबेस तैयार करते वक्त यह गड़बड़झाला सामने आया है।