आजम ने नशे में झूमते हुए किया अपने पद का दुरुपयोग:- हाई कोर्ट
Fri, 13 May 2022
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उत्तरप्रदेश:- उत्तरप्रदेश की राजनीति में इस समय सपा के चर्चे है। सपा नेता आज़म खान हर ओर से सुर्खियां बटोर रहे हैं। वही अब इनको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक टिप्पणी की है। इनकीं याचिका पर सुनवाई के दौरान आजम खान ने कहा कि इन्होंने अपने नशे में झूमते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूर्व काबीना मंत्री को उनके स्वास्थ्य और उम्र के आधार पर जमानत दी है। वही जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े केस पर फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि आजम एक ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने स्वार्थ के लिए जौहर यूनिवर्सिटी का उपयोग किया। उन्होंने जौहर के नाम पर लोगों को ठगने की भांति काम किया है।
यूनिवर्सिटी के संदर्भ में कोर्ट ने कहा कि सिर्फ वस्तु के साफ होने से चीजे बेहतर नहीं होती। यूनिवर्सिटी का निर्माण एक उम्दा काम था लेकिन उसमें लगे साधन उचित नहीं थे। जस्टिस राहुल चतुर्वेदी की बेंच ने इस संदर्भ ने कहा कि जब कैबिनेट के पद पर बैठा एक मंत्री इस प्रकार का काम करता है तो यह जनता के साथ विश्वास घात होता है। कहते हैं शक्ति मनुष्य को भ्रष्ट करती है और अगर पूरी शक्ति मिल जाए तो वह भगवान को भी नहीं छोड़ता।
जाने सत्ता को लेकर क्या बोला हाई कोर्ट:-
हाई कोर्ट ने कहा जो लोग सत्ता में होते हैं जिनके पास शक्ति होती है वह कभी भी जनता का हित या किसी अन्य का लाभ नहीं देखते। उन्हें हर चीज में सिर्फ अपना लाभ दिखाई देते है वह अपने हित के लिए काम करते हैं और उसी के आधार पर चीजों को प्राप्त करने का प्रयास। आजम खान ने भी जौहर यूनिवर्सिटी बनवाने में ऐसा ही किया उन्होंने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया और यूनिवर्सिटी निर्माण हेतु गलत संसाधनों का उपयोग किया।
कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि धर्म को आम लोग सत्य, बुद्धिमान असत्य ओर राजनीतिक उपयोगी मानते हैं। वही किसी भी व्यक्ति की नैतिकता की भावना उसकी शक्ति बढ़ने के साथ खत्म हो जाती है।
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