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अयोध्या । हाल ही में भारतीय राजनीति में एक नई विवादास्पद घटना सामने आई है, जिसमें सांसद Avdhesh Prasad के बेटे Ajit Prasad के खिलाफ अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला उस समय चर्चा का विषय बना, जब स्थानीय पुलिस द्वारा इसकी जानकारी मीडिया में दी गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, सांसद के बेटे Ajit Prasad पर आरोप है कि उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक स्थानीय व्यवसायी रोहित तिवारी का अपहरण किया और उसके साथ मारपीट की। यह घटना एक व्यस्त बाजार में हुई, जहां व्यवसायी से पैसे की मांग की गई थी। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।

रोहित ने अपनी तहरीर में बताया कि Ajit Prasad ने उन्हें तमंचा दिखाया और अपने साथियों के साथ गाड़ी में बुरी तरह पीटा। यह भी आरोप है कि उन्हें तहसील के पास गाड़ी रोककर एक लाख रुपये वापस लेने का वीडियो भी बनाया गया। इस घटना में Ajit Prasad के साथ राजू यादव, श्रीकांत राय और 10-15 अन्य अज्ञात व्यक्तियों का नाम शामिल है। पीड़ित रोहित तिवारी पूराकलंदर के पलिया रिसाली गांव का रहने वाला है।

इस मामले ने सपा (समाजवादी पार्टी) की राजनीति में भी हलचल मचा दी है। सांसद अवधेश प्रसाद ने आरोपों का खंडन किया है और अपने बेटे को निर्दोष बताया है। उन्होंने कहा है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम हो सकता है, और वे न्यायालय के प्रति पूर्ण विश्वास रखते हैं।

इस घटना ने समाज में भी काफी चर्चा उत्पन्न की है। कई लोगों का मानना है कि सांसद के परिवार से जुड़े इस प्रकार के मामलों की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए, ताकि सच का खुलासा हो सके और अपराधियों को सजा मिल सके। आपको बता दें कि अवधेश प्रसाद 2024 लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीतकर सांसद बने हैं. इससे पहले वह 2022 में मिल्कीपुर विधानसभा से विधायक बने थे. उनके सांसद बनने के बाद यह सीट रिक्त हो गई. सपा इस सीट से उनके बेटे को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है।

बहरहाल, इस मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि न्यायपालिका और कानून व्यवस्था को सभी के लिए समान रूप से लागू किया जाना चाहिए, चाहे आरोपी किसी भी राजनीतिक परिवार से क्यों न हो। समाज को इस प्रकार की घटनाअ