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अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में नौकरी करने वाली अनामिका भनक लगते ही कानपुर से फरार हो गई थी। अलीगढ़ में बिजौली के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में फर्जीवाड़े से नौकरी पाने वाली अनामिका शुक्ला कानपुर में नहीं मिली। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, बिजौली ब्लॉक में अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों से नौकरी करने वाली बबली को गिरफ्तार कर लिया गया है। बबली की तलाश में तीन दिन से अलीगढ़ पुलिस कानपुर व औरैया में थी।

बबली कानपुर देहात के रसूलाबाद के चंदनपुरवा की है। छह जून से घर पर ताला लगा था। पुलिस के अनुसार बबली को अलीगढ़ से ही गिरफ्तार किया गया है। गिरफ़तारी के लिए एसएसपी मुनिराज ने दो टीम बनाई थीं। दोनों टीमें निरंतर दबिशें दे रहीं थीं।बबली बार बार अपनी लोकेशन बदल रही थी। इससे पुलिस को दिक्‍कत हो रही थी, लेकिन पुलिस के हाथ कोई करीब लग गया। करीबी की सूचना पर पुलिस ने बबली के नजदीकियों की घेराबंदी औरेया में कर दी थी। इन सब की सूचना पर पुलिस को कामयाबी मिल गई। पुलिस के अनुसार अनामिका के दस्‍तावेजों पर नौकरी करने वाली बबली को अलीगढ़ से ही गिरफ़तार कर लिया गया है।

अलीगढ़ पुलिस वहां पहुंची तो घर पर ताला लगा था। बैंक खाते में दिए गए पते की तलाश के दौरान वह तो नहीं मिली लेकिन पड़ौसियों ने उसे फोटो से पहचान लिया। उसका मानदेय कानपुर के सेंट्रल बैंक के खाते में जा रहा था, जिसमें उसका पता चंदनपुरवा, रसूलपुर, कानपुर है। इस पते पर गुरुवार को अलीगढ़ पुलिस पहुंची तो मकान बंद मिला। पड़ौसियों को फोटो दिखाया तो वे पहचान गए। बताया कि यह बबली है।

छह जून तक मकान में रही। इसके बाद कहीं चली गई। उसके पति का नाम दस्तावेजों में हरीओम दर्ज है, जो ही सही पाया गया। वहीं, अलीगढ़ में पुलिस ने उसके कमरे में तलाशी ली। वह पांच महीने विद्यालय में रही। थाना पाली मुकीमपुर के इंचार्ज हरिभान सिंह, एबीएसए केएल वर्मा और नायव तहसीलदार दोपहर कमरे पर पहुंचे और कमरे में रखे उसके बक्से को ताला काटकर खोला। इसमें हाईस्कूल, इंटर व बीए की मार्कशीट की फोटो कॉपी मिली हैं। ये अनामिका के नाम की हैं। दो रजिस्टर और एक किताब भी मिली है। इसमें दो मोबाइल नंबर लिखे मिले हैं। ये किसके हैं, यह पता लगाने में पुलिस जुटी हुई है।

पुलिस के मुताबिक, एसटीएफ ने भी बीते दिनों यहां छापा मारा था। इधर, विद्यालय में अनामिका के कमरे की तलाशी ली गई। अनामिका के बक्से से तीन मार्कशीट की फोटोकॉपी मिली हैं। एक बीए, दूसरी हाईस्कूल, जबकि तीसरी सनद है। इसके अलावा दो रजिस्टर और एक किताब मिली है। इसमें दो संदिग्ध मोबाइल नंबर भी पुलिस को मिले हैं। इनकी जांच की जा रही है। कानपुर में अनामिका के ना मिलने पर पुलिस ने आसपास क लोगों से पूछताछ की। फोटो दिखाया तो पता चला कि महिला का अनामिका नहीं, बल्कि बबली है। बबली के पति का नाम हरिओम है, जो सही है।

एसएसपी मुनिराज ने बताया कि रसुलाबाद कानपुर देहात की बबली यादव की नौकरी मैनपुरी के पुपेंद्र जाटव ने लगवाई थी। पूछताछ में बबली ने इसकी पुष्टी की है। साथ ही बताया कि उसकी परिचित तिर्वां की राजबेटी ने पुपेंद्र से मिलवाया था।