बहराइच हिंसा: क्या है पूरा मामला?
13 अक्टूबर को बहराइच के महाराजगंज में मां दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के दौरान डीजे पर गाना बजाने को लेकर शुरू हुआ विवाद, हिंसा में बदल गया. इस हिंसा में 22 वर्षीय युवक रामगोपाल मिश्र की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. यह घटना बेहद चिंताजनक है और इसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। क्या आपको पता है कि इस हिंसा के बाद क्या हुआ? आगे पढ़िए और जानिए इस दिल दहला देने वाले मामले की पूरी कहानी!
हिंसा के बाद प्रशासन का एक्शन
हिंसा के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन यहीं पर एक नया मोड़ आया. लोक निर्माण विभाग (PWD) ने 23 घरों और 4 दुकानों पर ध्वस्तीकरण नोटिस चस्पा किए। इनमें से ज्यादातर घर मुस्लिम समुदाय के लोगों के हैं, जिससे लोगों में भेदभाव का आरोप लगने लगा है. यह नोटिस 17 अक्टूबर की तारीख का है, लेकिन स्थानीय लोगों का दावा है कि यह नोटिस 18 अक्टूबर की शाम को चस्पा किया गया था, जिससे उन्हें सिर्फ तीन दिन का वक्त दिया गया.
लोगों का आरोप: प्रशासन द्वारा भेदभाव
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा नोटिस चस्पा करने में भेदभाव किया गया है। उनका आरोप है कि जिन घरों पर नोटिस लगाए गए हैं उनमें अधिकतर मुस्लिम परिवार रहते हैं। इससे इलाके में तनाव और बढ़ गया है. एक महिला ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, ''समझ नहीं आ रहा अब क्या करें? सियानी बेटियों को लेकर कहां जाएं?'' यह घटना कितनी दुखद है और इससे इलाके में व्याप्त भय का अंदाजा लगाया जा सकता है.
क्या है आरोपियों की संख्या?
महाराजगंज सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक कुल 87 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से 26 लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने 13 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच 6 नामजद सहित लगभग 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज किए हैं.
आगे क्या होगा?
बहराइच के महाराजगंज इलाके में अभी भी तनाव का माहौल है। घरों पर लगे ध्वस्तीकरण नोटिस से लोग सहमे हुए हैं। बुलडोजर कार्यवाही की आशंका ने लोगों के जीवन में भय पैदा कर दिया है। क्या यह माहौल जल्द ही शांत होगा? क्या सरकार इस मामले में उचित कदम उठाएगी? आगे आने वाला वक़्त ही बताएगा।
टेक अवे पॉइंट्स
- बहराइच के महाराजगंज में हुए सांप्रदायिक दंगे ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।
- 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
- प्रशासन ने अब तक 87 लोगों को गिरफ्तार किया है।
- PWD ने 23 घरों और 4 दुकानों पर ध्वस्तीकरण नोटिस चस्पा किए हैं।
- स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है।
- बुलडोजर कार्यवाही की आशंका से इलाके में भय का माहौल है।