कानपुर चिड़ियाघर में शेर को मुर्गा खिलाने गए दो युवक गिरफ्तार
क्या आप जानते हैं कि शेर कितना भी भूखा हो, लेकिन कभी जूठा मांस नहीं खाता? कानपुर में दो युवकों को यह बात महंगी पड़ गई. उन्होंने अपने कुत्ते के लिए खरीदा हुआ मुर्गा चिड़ियाघर के शेर को खिलाने की कोशिश की, जिसके चलते वे गिरफ्तार हो गए. इस घटना ने एक और सवाल खड़ा किया है कि क्या चिड़ियाघरों में जानवरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं?
घटना का विवरण
कानपुर के गोविंद नगर निवासी जयंत भाटिया और उनके दोस्त रामपाल चिड़ियाघर घूमने गए थे. जयंत ने अपने कुत्ते के लिए रास्ते में एक कटा हुआ मुर्गा खरीदा था. मुर्गे के टुकड़े अपनी जैकेट के अंदर रखकर वे चिड़ियाघर पहुंचे. तेंदुए और शेर के बाड़े के पास पहुंचकर उन्होंने मुर्गे का एक टुकड़ा फेंका, जिसे तेंदुए ने खा लिया. इसके बाद उन्होंने शेर को भी मुर्गा खिलाने की कोशिश की, लेकिन शेर ने उसे नहीं खाया. इस पर युवक शेर को आवाज देकर मुर्गा पास बुलाने लगे. तभी चिड़ियाघर के कर्मचारियों की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने दोनों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.
गिरफ्तारी और कार्रवाई
वन अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, कोई बड़ा अपराध न होने पर उन्हें मुचलके पर छोड़ दिया गया. इस घटना के बाद चिड़ियाघर प्रशासन ने हर दर्शक की चेकिंग का आदेश जारी कर दिया है ताकि कोई भी इस तरह का सामान जानवरों को खिलाने के लिए न ले जा सके.
चिड़ियाघर प्रशासन की लापरवाही?
इस घटना ने चिड़ियाघर प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. क्या जानवरों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं? क्या हर दर्शक की तलाशी लेना ही पर्याप्त है? या फिर और भी कड़े कदम उठाने की जरूरत है? चिड़ियाघर में आने वाले लोगों में जागरूकता फैलाना भी बहुत जरूरी है कि जानवरों को अंजान चीजें खिलाना कितना खतरनाक हो सकता है।
आगे क्या?
इस घटना से सबक लेते हुए चिड़ियाघर प्रशासन को सुरक्षा इंतजाम और बेहतर करने चाहिए. नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना होगा. जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इस बारे में शिक्षित करने की भी जरूरत है. साथ ही, फेंके गए मुर्गे के नमूने जांच के लिए लिए गए हैं. अगर उसमें कोई हानिकारक पदार्थ मिला तो, और कठोर कार्रवाई हो सकती है.
Take Away Points
- चिड़ियाघर में जानवरों को बिना अनुमति कुछ भी खिलाना गैरकानूनी है और खतरनाक भी हो सकता है।
- चिड़ियाघर प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना होगा।
- लोगों को जानवरों के प्रति जागरूक होना चाहिए।