एकाग्रता, लगन, कड़ी मेहनत तथा धैर्य आदि गुणों से सम्पन्न व्यक्ति ही लेखन कार्य कर सकता है: हरीश कुमार

लखनऊ । आजादी के अमृतमहोत्सव के अवसर पर सीएसआईआर के अनुभाग अधिकारी विवेक बाजपेयी, द्वारा राष्ट्रभाषा हिन्दी में “मूल एवं पूरक नियम (FR/SR)- एक सरल अध्ययन” विषय पर पुस्तक का संकलन किया गया एवं संयुक्त सचिव (प्रशा.), सीएसआईआर द्वारा परिषद् मुख्यालय के शांति स्वरुप भटनागर सभागार में उक्त पुस्तक का विमोचन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर हरीश कुमार, अवर सचिव, परिषद् मुख्यालय ने कहा कि “मेरा ऐसा मानना है कि एकाग्रता, सच्ची लगन, कड़ी मेहनत, एवं ईमानदार सोच तथा धैर्य आदि गुणों से सम्पन्न व्यक्ति ही लेखन कार्य कर सकता है।
श्री बाजपेयी में ये सभी गुण परिलक्षित होते हैं। यह पुस्तक हिन्दी माध्यम से शिक्षा ग्रहण करके आए कार्मिकों को अंग्रेजी में कार्य करने में आने वाली कठिनाई को समाप्त करने और साथ ही अंग्रजी में कार्य करने की ‘पीछे देखो, आगे चलो’ की पुरानी चली आ रही परम्परा को समाप्त कर मौलिक रुप से अपने कार्यों के सम्पादन में निश्चित तौर पर कार्मिकों के लिए उपादेय सिद्ध होगी एवं सरकारी नियमों को सरल-सहज हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराने से संघ सरकार की राजभाषा हिन्दी सम्बंधी नीति के प्रचार-प्रसार को भी बल मिलेगा। तथा जो विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न विभागीय परीक्षाओं में सम्मिलित होते हैं उनके लिए भी कारगर सिद्ध होगी।” मैं श्री बाजपेयी के पुस्तक के सफल होने की कामना करता हूँ एवं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूँ ।
By Anurag Mishra