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यह महाकुंभ में एक ऐसा शिविर है जो देश के वीर सैनिकों को समर्पित है और लोगों को भावुक कर रहा है! यहाँ राष्ट्रध्वज के साथ धर्मध्वज भी फहराता है, वैदिक मंत्रों की गूंज के साथ 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' के जयकारे गूंजते हैं, यह शिविर एक अनोखा अनुभव है जो आपको देशभक्ति से भर देगा।

शहीदों को समर्पित अनोखा शिविर

प्रयागराज कुंभ में स्थापित यह शिविर, संत बालक योगेश्वर जी के नेतृत्व में, देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। शिविर में, शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता ने भी भाग लिया और कहा, "यह शिविर एक तीर्थ है जहाँ देश के लिए बलिदान देने वालों का सम्मान किया जाता है।" यह शिविर, देशभक्ति और बलिदान के प्रति एक सशक्त संदेश फैलाता है और युवा पीढ़ी को प्रेरणा देता है।

कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता का भावुक बयान

कैप्टन बत्रा के पिता ने अपने बेटे के बलिदान और इस शिविर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे यह शिविर देश के लिए कुर्बानी देने वालों को याद करने का एक बेहतरीन माध्यम है और युवाओं को प्रेरित करता है। उनके शब्दों में देशभक्ति की गहराई साफ झलकती है और उनके भावों को सुनकर हर भारतीय का सीना गर्व से भर जाता है।

शिविर में देशभक्ति गीतों का जादू

मुंबई से आईं पारोमिता देशमुख ने 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गीत गाकर शिविर में मौजूद सभी लोगों के दिलों को छू लिया। उनके गायन ने वायुमंडल को देशभक्ति से भर दिया और सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। इस प्रकार का संगीत कार्यक्रम शिविर की सफलता में अहम योगदान देता है।

देश सेवा का सर्वोच्च बलिदान

संत बालक योगेश्वर जी ने कहा कि लोग धन, भूमि, गायें दान करते हैं, लेकिन सैनिक अपने प्राणों का बलिदान करते हैं। यह बलिदान देशभक्ति और सेवाभाव का सर्वोच्च प्रतीक है। वे आगे बताते हैं कि सैनिक अपनी जान देश की सेवा में देते हैं, यह एक अतुलनीय बलिदान है जिसकी सराहना शब्दों में नहीं की जा सकती।

देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों का सम्मान

यह शिविर हमें याद दिलाता है कि हमारे देश के लिए कितने सैनिकों ने अपनी जान कुर्बान की है। यह शिविर देशभक्ति की भावना को जागृत करने और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस शिविर में एक अनोखी ऊर्जा और देशभक्ति का भाव है जो सभी को आकर्षित करता है।

महाकुंभ में देशभक्ति का संगम

प्रयागराज कुंभ में यह शिविर आध्यात्मिकता और देशभक्ति का एक अनूठा संगम है। यहां आने वाले तीर्थयात्री न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करते हैं, बल्कि देश के वीर सैनिकों के प्रति सम्मान और गर्व की भावना भी जागृत करते हैं। इस शिविर ने कुंभ में एक नया आयाम जोड़ा है और यह युवा पीढ़ी को देश के लिए बलिदान देने वालों के प्रति आदर करने की प्रेरणा देगा।

कुंभ का अनोखा आकर्षण केंद्र

यह शिविर, महाकुंभ के तीर्थयात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव प्रदान कर रहा है। यह देशभक्ति के प्रति एक सशक्त संदेश भी देता है, जिससे सभी प्रभावित हैं। इस शिविर के आयोजन से नई पीढ़ी को राष्ट्रीय भावना जागृत करने और वीर सपूतों का सम्मान करने की प्रेरणा मिलेगी।

टेक अवे पॉइंट्स

  • प्रयागराज कुंभ में यह शिविर देशभक्ति और आध्यात्मिकता का अद्भुत मिश्रण है।
  • इस शिविर ने देश के वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
  • शिविर में देशभक्ति के गीतों ने लोगों के दिलों को छू लिया।
  • यह आयोजन युवा पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम और वीर सैनिकों के प्रति आदर की प्रेरणा दे रहा है।