गोरखपुर। देसी शराब की दुकान खुलने का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर चिलुआताल थाने में अपै्रल 2017 में दर्ज मुकदमा सरकार वापस लेगी। इस मामले में तत्कालीन और वर्तमान पार्षद सहित 18 नामजद और सौ अज्ञात ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। ग्रामीणों पर लाठीचार्ज के बाद नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल और तत्कालीन एएसपी/सीओ गोरखनाथ, चारु निगम के बीच हुई झड़प की वजह से मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा। नगर विधायक ने ग्रामीणों के साथ टाउनहाल चौराहे पर गांधी प्रतिमा के सामने धरना भी दिया था। पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
प्रदेश सरकार के अनु सचिव ने जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर मुकदमा वापस लेने के शासन के फैसले की जानकारी दी है। इस पत्र में उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट को लोक अभियोजक के माध्यम से मुकदमा वापसी के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र देने की बात कही है। विधि, न्याय तथा ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री ब्रजेश पाठक ने नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल को फोन कर मुकदमा वापस लेने के प्रदेश सरकार के फैसले की जानकारी दी है।
ये था मामला
बता दें कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद चिलुआताल इलाके में कोईलहवा तिराहे पर देसी शराब की दुकान खोली गई थी। बस्ती के बीच दुकान खुलने से स्थानीय लोग काफी खफा थे। दुकान खुलने के विरोध में 22 अपै्रल 2017 को कोइलहवा तिराहे पर स्थानीय लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शमिल थीं। तत्कालीन सीओ गोरखनाथ चारु निगम ग्रामीणों को प्रदर्शनकारियों को समझाकर शांत कराने का प्रयास कर रही थीं। इसी बीच किसी महिला ने सीओ के हाथ पर डंडा मार दिया था। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था। ग्रामीणों पर लाठीचार्ज की खबर पर नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल मौके पर पहुंच गए थे। मौके पर ही सीओ से उनकी काफी झड़प हुई थी।
तत्कालीन व वर्तमान पार्षद तथा ग्रामीणों पर दर्ज हुआ है मुकदमा
बाद में इस मामले में उस समय फर्टिलाइजर चौकी इंचार्ज रहे उप निरीक्षक वीरेंद्र यादव की तहरीर पर वार्ड संख्या 14 के तत्कालीन पार्षद राजकुमार और वर्तमान पार्षद कासिम सहित 18 नामजद और सौ अज्ञात पर बलवा, आवागमन बाधित करने और लोक व्यवस्था भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था।
सबके सामने ही फफक पड़ी थीं सीओ
लाठीचार्ज के बाद मौके पर पहुंचे नगर विधायक पुलिस की कार्रवाई पर काफी नाराजगी जताई थी। पुलिसिया कार्रवाई पर उनके आपत्ति जताने पर सीओ चारु निगम उनसे बहस करने लगी। इस दौरान सीओ काफी तेज आवाज में प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगीं। इस पर नगर विधायक ने उन्हें फटकार लगा दी थी। उनकी फटकार सुनकर सीओ भीड़ के बीच में ही फफक पड़ी थीं। इस प्रकरण को लेकर फेसबुक पर की गई सीओ की टिप्पणी काफी चर्चा में रही, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट हटा दी थी।
विधायक ने सीएम का आभार जताया
नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा विधि, न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री ब्रजेश पाठक को नागरिकों की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि एक विधायक के रूप में यह मेरा दायित्व है कि नागरिकों के साथ जब भी और जिस स्तर पर भी अन्याय और शोषण हो, उसका मजबूती से विरोध करुं। उन्होंने कहा कि नागरिकों के अन्याय हुआ तो आगे भी मैं इसी प्रकार नागरिकों के पक्ष में खड़ा रहूंगा।