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UP Politics: आपसी विवादों को विराम देते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल पर भरोसा जताया है। बदायूं के पूर्व सांसद सलीम शेरवानी के त्यागपत्र के बाद अखिलेश यादव ने बदायू शिवपाल यादव के हाथ सौंप दिया है। अखिलेश यादव जानते हैं चाचा शिवपाल की धमक आज भी राजनीति में खूब है, सपा समर्थक उनपर आँख मूंद कर भरोसा करते हैं। सलीम शेरवानी के इस्तीफे के बाद बदायूं में समाजवादी पार्टी की स्थिति प्रभावित होती उससे पहले ही बदायूं की बागडोर शिवपाल यादव को सौंप अखिलेश में बड़ा राजनीतिक दांव खेला है।
जानकारी के लिए बता दें अखिलेश यादव में  पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर चाचा शिवपाल सिंह यादव को टिकट दिया है।  धर्मेंद्र को आजमगढ़ व कन्नौज दोनों ही लोकसभा सीटों का प्रभारी बनाया गया है। बता दें सपा ने जिन पांच टिकटों की घोषणा की उसमें अल्पसंख्यक, लोधी, मुस्लिम, यादव व वैश्य समाज के एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं।
बता दें जल्द ही लोकसभा चुनाव होने वाला है। बीजेपी लगातार दावा कर रही है केंद्र में पुनः उनकी सरकार बनेगी। हालांकि अखिलेश यादव यूपी में जबरदस्त बहुमत प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अखिलेश यादव जानते हैं बीजेपी को टक्कर देने के लिए उनको अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करना होगा। हालांकि चाचा शिवपाल के बलबूते सपा स्वयं को कितना स्थापित कर पाएगी यह आगामी समय ही बताएगा।