यूपीपीएससी पीसीएस प्री परीक्षा: 5.7 लाख से ज़्यादा उम्मीदवारों ने दी परीक्षा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा आज संपन्न हुई। इसमें लगभग 5,76,154 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जिससे यह परीक्षा एक बड़ी चुनौती बन गई। इस लेख में, हम इस परीक्षा के हर पहलू को विस्तार से देखेंगे – परीक्षा का प्रारूप, सुरक्षा उपाय और छात्रों द्वारा उठाए गए विरोध प्रदर्शनों पर।
दो शिफ्ट में संपन्न हुई परीक्षा
UPPSC पीसीएस प्री परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई। पहली शिफ्ट सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक सामान्य अध्ययन (GS) के लिए थी। दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक सिविल सेवा एबिलिटी टेस्ट (CSAT) के लिए थी। प्रत्येक शिफ्ट में, सफलता का मार्ग एक कठोर और प्रतिस्पर्धी परीक्षा को पार करना था।
परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा
UPPSC ने परीक्षा की सुरक्षा के लिए कड़े उपाय किए। हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस बल के साथ-साथ स्टेटिक मजिस्ट्रेट और डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी तैनात थे। डिजिटल लॉकर के माध्यम से प्रश्नपत्र केंद्रों तक पहुँचाए गए, और आयरिश स्कैनिंग प्रक्रिया द्वारा परीक्षार्थियों की पहचान की गई। इससे नकल और धांधली को रोकने में काफी मदद मिली। परीक्षा के आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था की बेहतरी को देखते हुए प्रशंसा भी हुई है।
यूपीपीएससी परीक्षा से जुड़े विरोध प्रदर्शन
इस परीक्षा से पहले, छात्रों ने नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने अलग-अलग दिनों में परीक्षा आयोजित करने और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को समाप्त करने की मांग की थी। आरओ/एआरओ परीक्षा के संबंध में भी यही मांगें थीं। चार दिन तक चलने के बाद, आयोग ने पीसीएस प्री एग्जाम से संबंधित छात्रों की मांगों को स्वीकार कर लिया, लेकिन आरओ/एआरओ परीक्षा के संबंध में एक समिति का गठन किया।
छात्रों की मांगों का समाधान
विरोध प्रदर्शनों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को परीक्षा प्रक्रिया में सुधार करने के लिए मजबूर कर दिया है। छात्रों द्वारा उठाए गए मुद्दों ने यह साबित कर दिया है कि एक स्वस्थ और पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था के लिए एक साथ आना और अपनी आवाज उठाना कितना जरूरी है। इस बदलाव के माध्यम से परीक्षा में पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जा सकता है।
परीक्षा का महत्व और भविष्य
यूपीपीएससी परीक्षा लाखों छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। हर साल, हज़ारों उम्मीदवार अपने सपनों को पूरा करने के लिए यह परीक्षा देते हैं। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी परीक्षा कैलेंडर से छात्रों को समय पर तैयारी करने और आगे की रणनीति बनाने में मदद मिलती है। यह कैलेंडर आयोग की व्यापक कार्य योजना को प्रदर्शित करता है।
तैयारी और भविष्य की रणनीति
UPPSC की तैयारी एक कठिन और लंबी प्रक्रिया है। इसमें समर्पण, कड़ी मेहनत और एक अच्छी रणनीति की आवश्यकता होती है। आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना और गाइडलाइन को अच्छी तरह से समझना, सफलता की कुंजी है। अभ्यर्थियों को सामान्य ज्ञान के साथ-साथ, CSAT की तैयारी पर भी ध्यान देना चाहिए।
टेक अवे पॉइंट्स
- लगभग 5.76 लाख उम्मीदवारों ने UPPSC पीसीएस प्री परीक्षा दी।
- परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई, GS और CSAT के लिए अलग-अलग शिफ्टें थीं।
- कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद, छात्रों ने परीक्षा से पहले नॉर्मलाइजेशन और परीक्षा की तारीखों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
- यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें लाखों छात्रों का भाग लेते हैं।
- UPPSC कैलेंडर और गाइडलाइन्स सफल तैयारी और योजना बनाने में मददगार हैं।