दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गई हैं कि अगले एक-दो दिनों के भीतर विस्तार हो सकता है। बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने के बाद कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।
पार्टी सूत्र बताते हैं उत्तर प्रदेश में कैबिनेट विस्तार की योजना है। जिसमें 2 कैबिनेट मंत्री और 3 राज्य मंत्री बन सकते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दलों को साधने की कोशिश करना है ।
इस विस्तार के तहत ओम प्रकाश राजभर और रालोद के विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसके अलावा भाजपा के एक.दो और चेहरे भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं । यह विस्तार रविवार को होने की संभावना है । जिससे योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में नए मंत्री शामिल हो सकेंगे ।
लोकसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले शुक्रवार या शनिवार को सौ से अधिक उम्मीदवारों की घोषणा होने की उम्मीद है. इसके अलावा, लगभग 250 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा 10 मार्च तक की जाएगी। भाजपा उत्तर प्रदेश में अपने सहयोगियों को छह सीटें आवंटित करने पर सहमत हो गई है, जिनमें ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एक सीट), अपना दल (दो सीटें), निषाद पार्टी (एक सीट) और आरएलडी (दो सीटें) शामिल हैं।
हालाँकि, कैबिनेट विस्तार में देरी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को नाराज कर दिया है, जिन्होंने घोषणा की थी कि अगर मंत्री पद की उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह होली नहीं मनाएंगे।
कई महीनों तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन के बावजूद, राजभर की उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद हासिल करने की आकांक्षा अधूरी है।