img

यूट्यूब रील्स ने एक आईटीआई छात्र को बैंक लूटने पर क्यों किया मजबूर?

क्या आप जानते हैं कि यूट्यूब पर मनोरंजन के नाम पर मिलने वाली रील्स, युवाओं को गलत रास्ते पर भी ले जा सकती हैं? जी हाँ, आपने बिल्कुल सही सुना! कानपुर में हाल ही में घटी एक घटना ने इस सच्चाई से पर्दा उठाया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। एक आईटीआई का छात्र, यूट्यूब रील्स देखकर, बैंक लूटने के लिए निकल पड़ा! लेकिन, क्या वह सच में बैंक लूटना चाहता था, या फिर कुछ और ही उसके मन में था? आइए जानते हैं इस हैरान करने वाली कहानी के बारे में, जो आपको हैरान ही नहीं, बल्कि सोचने पर भी मजबूर कर देगी।

यूट्यूब रील्स और अपराध का अनोखा कनेक्शन

यह घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर पतारा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बीते शनिवार को हुई थी। एक युवक, सिर ढँकने वाली जैकेट में, बैंक में घुसा। उसके हाथ में था एक तमंचा (जिसकी नाल में मिट्टी भरी हुई थी!), बोरे सिलने वाला सूजा, सब्जी काटने वाला चाकू और कुछ जंग लगे हुए सर्जिकल ब्लेड। ये सब देखकर, क्या आपको यकीन हो रहा है कि ये सब यूट्यूब रील्स की देन है? जी हाँ, इस छात्र ने यूट्यूब रील्स देखकर ही ये साजिश रची थी! उसने बैंक के गार्ड पर ब्लेड से हमला भी कर दिया।

खतरनाक हथियार और एक बेतुका प्लान

छात्र के पास जो हथियार थे, वो बेहद खतरनाक लग रहे थे, मगर असलियत कुछ और ही थी। तमंचे की नाल में मिट्टी भरी हुई थी, और उसके पास कोई गोली भी नहीं थी! सर्जिकल ब्लेड भी कूड़े से उठाए गए, पुराने और जंग लगे हुए थे। ये सब देखकर लग रहा था कि छात्र ने इस पूरी घटना को सिर्फ़ एक नौटंकी की तरह अंजाम देने की कोशिश की है।

बैंक के कर्मचारियों पर हुआ हमला

गार्ड ने जब उसे रोका, तो उसने ब्लेड से गार्ड पर हमला कर दिया। बैंक मैनेजर और अन्य कर्मचारियों ने मिलकर उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना में बैंक के कर्मचारी भी घायल हुए हैं, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं।

आरोपी छात्र की कहानी: रील्स और असफल यूट्यूब चैनल

आरोपी छात्र का नाम लविश मिश्रा है, जो बीएससी फाइनल ईयर का छात्र था और साथ ही आईटीआई भी कर रहा था। परिवार गरीब है और खेती-बाड़ी पर निर्भर करता है। घरवालों ने बताया कि लविश रील्स बहुत देखता था और खुद भी रील्स बनाता था। उसने एक यूट्यूब चैनल शुरू करने का भी प्लान बनाया था, लेकिन वो कामयाब नहीं हो सका।

एक अजीबोगरीब सच्चाई

पुलिस पूछताछ में, लविश ने ये ज़रूर माना कि उसने ये घटना यूट्यूब पर देखी गई रील्स को देखकर अंजाम दी। लेकिन उसने यह भी बताया कि सुबह मंदिर जाने निकला था। तो, आखिर वो तमंचा और ब्लेड कहाँ से लाया? यह अभी भी एक रहस्य है। पुलिस पूछताछ जारी है।

क्या यह रील बनाने का एक बेतुका प्रयास था?

एडीसीपी महेश कुमार का कहना है कि युवक अभी अवसाद में है। उनका मानना है कि लविश रील बनाने के चक्कर में यह हरकत कर बैठा होगा, क्योंकि उसके पास कोई गोली नहीं थी और ना ही उसका तमंचा काम करने की स्थिति में था। लेकिन, सच्चाई क्या है? क्या यह सचमुच एक लूट की कोशिश थी, या रील बनाने का एक अजीबोगरीब और बेहद खतरनाक प्रयास? ये सवाल अभी भी बना हुआ है।

यूट्यूब रील्स के संभावित खतरे

यह घटना एक बहुत बड़ा सबक सिखाती है। यूट्यूब रील्स में ऐसी चीजें भी आ सकती हैं, जो किसी को अपराध के रास्ते पर ले जा सकती हैं। युवाओं को ऐसे सामग्री से दूर रहने और सोच-समझकर हर चीज करने की सलाह दी जाती है।

Take Away Points

  • यूट्यूब रील्स देखने के खतरे को समझना जरूरी है।
  • सोशल मीडिया का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।
  • युवाओं को गलत राह पर जाने से रोकने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों की भूमिका अहम है।
  • इस मामले से पुलिस और प्रशासन को भी सतर्क होने की जरूरत है।