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उपेन्द्र कुशवाहा
पडरौना कुशीनगर । जर्जर हो चुके मकानो को ध्वस्त कराने मे लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारो के लापरवाही पर भी प्रशासन नही चेत रहा है ! एसे मे जिले मे कई एसे जर्जर भवन है जो कही गिरा तो कईयो की जान ले सकता है ? हालाकी पडरौना शहर के तिलक चौक का एक जर्जर मकान है जो कभी भी धवस्त हो सकता है ? बताया जाता है की इस पुरानी मकान पर कोर्ट मे मुकदमा चल रहा है ।
मालमु हो की गत 24 अप्रैल 2015 को नेपाल देश के 7:00 भारत मे आयी भूकंप मे कुशीनगर जिले के कई जर्जर मकान गिर गये थे । इतना ही नही कई जगह तो एसे जर्जर हो चुके मकान के हिलने के बाद भी पुरी नही गिर पाया था । जबकी जर्जर मकान के नीचे कई वर्षो से रहकर जीवन यापन कर रहे लोगो की तो सासे अटक गई थी ।
भुकंप के दौरान पडरौना शहर के तिलक चौक पर वर्षो पुरानी मकान भी हिला था जिसमे मकान का उपरी हिस्सा दरकने के बाद दो चार ईट नीचे गिरा था।
हालाकी खुद उस समय रहे वर्तमान जिलाघिकारी लोकेश एम .व एसपी .ललीत कुमार ने .जर्जर मकान को धवस्त कराने के लिए फायर सर्बिस के लोगो को लगवाकर पानी के बलबुते गिराने की कोशिस की लेकिन जर्जर मकान हिला तक नही ? अगर एेसा ही आलम रहा तो पडरौना नगर के अति ब्यवस्तम तिलक चौक का ये जर्जर मकान का दिवाल कभी भी गिर सकता है ? हालाकी यहा के कई नेताओ ने जिला प्रशासन से इस जर्जर मकान को गिराने मांग कर चुके है ! उधर तिलक चौक निवासी आप आदमी प्रार्टी के नेता निर्मल साहा कहते हमने कई बार इस मकान को गिराने के लिए डीएम को प्रार्थाना पत्र दिया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई !
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