गाजियाबाद ; उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक 20 साल के बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। छात्र एनएच-24 स्थित एकेजी कॉलेज में पढ़ता था। मूलरूप से छात्र रायबरेली का रहने वाला था। छात्र अपनी मां के साथ इंदरगढ़ी मसूरी इलाके में किराए के मकान में रहता था। छात्र का नाम शुभांशु बताया जा रहा है और मां का नाम अरुणा सिंह बताया जा रहा है। शुभांशु के पिता रायबरेली में रेलवे कॉन्ट्रैक्टर हैं।
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काफी उदास रहता था शुभांशु
पुलिस ने बताया कि बुधवार देर शाम कॉलेज से आकर शुभांशु काफी उदास था, वह अकेला खाना खाने बाद अपने कमरे में जाकर सो गया। मां घर के बाहर बैठी थी। मां अरुणा सिंह रात के तकरीबन 10 बजे तक जब बेटे को कमरे में देखने गई तो शुभांशु फांसी पर लटका मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। शुभांशु को फौरन मएमजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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सुसाइड नोट में लिखा- मैं अपनी मौत का जिम्मेदार खुद हूं।
पुलिस के मुताबिक शुभांशु के शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में जो लिखा उसको पढ़कर पुलिस भी हैरान है। पुलिस अस्पताल में शुभांशु के शव को पोस्टमार्टम में देने के बाद घर पर तलाशी के लिए आई तो सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा था, ‘ मैं अपनी मौत का जिम्मेदार खुद हूं। मैं अपने माता-पिता से आत्महत्या के लिए माफी मांगता हूं। मैं मां और परिवार के होते हुए भी खुद को अकेला महसूस करता हूं। मैं अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर पाया इसलिए जिंदगी खत्म कर रहा हूं।‘
नशा का आदि था बीटेक का छात्र
पुलिस ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि शुभांशु काफी नशा भी करता था। वह अपनी डायट भी पुरी तरह से नहीं लेता था। इसी वजह से उसकी मां रायबरेली से यहां रहने आई थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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