मध्य प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का मुआवजा चाहने की मांग लेकर सीहोर जिले के नसरुल्लागंज तहसील के सामने तीन दिन से धरना दे रहे किसानों के बीच पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। सीहोर मुख्यमंत्री चौहान का गृह जिला है। यहां की नसरुल्लागंज तहसील के कई गांव के किसान आंदोलनरत थे।
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चौहान बुधवार को ओलावृष्टि प्रभावित गांवों में पहुंचे और क्षतिग्रस्त फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से बात कर उन्हें ढाढस बंधाते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार आपके साथ है। मुख्यमंत्री चौहान पिपलानी, किशनगंज, बाईंबोडी, इटावा खुर्द, चीचली, बोरखेड़ा और जाट मुहाई पहुंचे और खेत मे जाकर फसलों के नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने पिपलानी और जाट मुहाई में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि नेतृत्व की पहचान संकट के समय ही होती है, इन परिस्थितियों का मिलकर मुकाबला करेंगे। सभी प्रभावित गांवों का सर्वे होगा। सर्वे टीम में पटवारी, कृषि का अमला, गांव के पंच शामिल होंगे और सूची पंचायत के सूचना पटल पर चस्पा की जाएगी, ताकि पूरी पारदर्शिता बनी रहे।
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चौहान ने कहा कि आपदा से प्रभावित कृषकों को फसल बीमा राशि, 30 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर राहत राशि, कर्ज वसूली स्थगन, ब्याज की शासन द्वारा प्रतिपूर्ति, खाद-बीज के लिए शून्य प्रतिशत पर कर्ज तथा कन्या का विवाह घर से करने पर भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि सभी प्रभावित कृषकों का जितना भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई राज्य शासन द्वारा की जाएगी।
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