दिव्यांग लड़की को व्हीलचेयर के साथ मंदिर में प्रवेश की नहीं मिली अनुमति
मुंबई की रहने वाली सनिका केसकर पिछले महीने गोवा प्रवास के दौरान यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर दक्षिण गोवा में पोंडा तालुक के नजदीक मंगुएशी मंदिर गई. लेकिन उसे मंदिर में कथित तौर पर प्रवेश नहीं करने दिया गया. लड़की की मां ने मंदिर के एक ट्रस्टी पर मंदिर में व्हीलचेयर नहीं ले जाने देने का आरोप लगाया क्योंकि ‘भीतर वाहनों का प्रवेश निषेध’ था.
लड़की की मां द्वारा भेदभाव के खिलाफ एक ऑनलाइन याचिका पोस्ट किए जाने के बाद ‘द डिस्एबिलिटी राइट्स एसोसिएशन ऑफ गोवा’ (डीआरएजी) ने कल दक्षिण गोवा के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.
संगठन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि मंदिर की कार्रवाई दिव्यांग व्यक्ति के साथ भेदभावपूर्ण थी. संगठन ने दावा किया कि यह दिव्यांग व्यक्ति के अधिकार कानून 2016 के तहत अपराध है.
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