जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्वेता और 21 माह के बेटे श्रीयम हत्याकांड मामले में जयपुर पुलिस आज बड़ा खुलासा करेगी। इस मामले में पुलिस ने पति को हिरासत में ले रखा था। गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने उस युवक को धरदबोचा लिया है जो कि लगातार श्वेता और श्रीयम की हत्या के बाद श्वेता के मोबाइल की सिम से फिरौती की रकम मांगने के लिए रोहित तिवारी को लगातार मैसेज भेज रहा था। उसने यह कार्य श्वेता के पति रोहित तिवारी की योजना के अनुसार किया।
मिली जानकारी के अनुसार, रोहित तिवारी ने आगरा निवासी अपने मित्र के साले भरतपुर निवासी गौरव उर्फ राजसिंह के मार्फत अपनी पत्नी श्वेता और बेटे श्रीयम की हत्या करवाई थी। रोहित ने गौरव को हत्या करने के बदले 10 हजार रुपए का लालच दिया था। रोहित तिवारी की उदयपुर में पोस्टिंग के दौरान ही गौरव के जीजा हरि ने उससे मुलाकात करवाई थी। इसके बाद रोहित जयपुर आ गया। यहां पत्नी से मनमुटाव होने से उसने हत्या की साजिश काे अंजाम दिया।
इस डबल मर्डर मिस्ट्री में शुरुआत से ही पुलिस का रोहित पर संदेह बना हुआ था। लेकिन हत्या की वारदात के वक्त उसकी लोकेशन उनके जयपुर एयरपोर्ट स्थित आईओसीएल ऑफिस में ही आ रही थी। हत्या के बाद ही उसका अपने फ्लैट पर आना पाया गया। लेकिन बुधवार दोपहर को श्रीयम का शव मिलने के बाद भी रोहित के मोबाइल फोन पर फिरौती के लिए मैसेज आना पुलिस को चौंकाने वाली बात लगी। हत्या के बाद सांगानेर से फोन खरीदकर श्वेता के मोबाइल की सिम डाली गई थी।
ऐसे में पुलिस का संदेह और गहरा हो गया कि इस डबल मर्डर मिस्ट्री में रोहित के अलावा कोई और अन्य व्यक्ति भी शामिल है। जो कि इसका परिचित है। पुलिस पड़ताल में बच्चे का शव मिलने के बाद यह भी साफ हो गया कि हत्यारे ने वारदात के बाद सांगानेर में एक दुकान से सस्ता मोबाइल फोन खरीदा। अपहरण और फिरौती का मामला दिखाने के लिए नए मोबाइल फोन में श्वेता के मोबाइल की सिम लगाकर रोहित के मोबाइल फोन पर योजना के मुताबिक अपहरण और फिरौती के लिए मैसेज किए गए।
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