Salman rishidei: भारतीय मूल के जाने माने लेखक सलमान रुश्दी पर कल अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान चाकू से हमला किया गया। सलमान रुश्दी की हालत नाजुक बनी हुई है और वह बोल नही पा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है इससे उनकी एक आंख की रोशनी जा सकती है। वही अगर हम बात सलमान रुश्दी की करे तो यह 80 के दशक से इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर है। इन्हें कई बार जान से मारने की धमकी दी गई।
वही साल 1989 से 90 तक का दौर ऐसा रहा जब इन्हें छुप के रहना पड़ा। यह उस समय बाहर की दुनिया से गायब थे। किसी भी सांस्कृतिक आयोजन में नही जाते थे। क्योंकि खतरा इनके सर पर मंडरा रहा है। और इनकीं हत्या करने वालो को 30 लाख डॉलर का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई थी।
1989 में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने यह घोषणा की थी की जो व्यक्ति सलमान रुश्दी की हत्या करेगा उन्हें वह 30 लाख डॉलर का इनाम देगे। उनकी इस घोषणा का एक मात्र कारण उनकी किताब द सैटेनिक वर्सेज थी। इस पुस्तक में उन्होंने पैगम्बर मोहम्मद, इस्लामिक परम्पराओ और इस्लाम की आलोचना की है।
उनकी इन आलोचनाओं को पढ़कर इस्लामी भड़क उठे। वह आग बबूला हो गए और उस वक्त खुमैनी ने सलमान रुश्दी की हत्या करने वाले के लिये इनाम घोषित कर दिया। अगर हम 30 लाख डॉलर को भारतीय रुपयों में देखे तो इसकी कीमत 4.2 करोड़ रुपये के बराबर थी।
अपने ऐलान के बाद खुमैनी तो पीछे हट गए लेकिन ईरान के एक संगठन ने इस इनाम की राशि को 30 लाख कर दिया। साल 1989 में अलग अलग देशो ने सलमान रुश्दी की किताब सैटेनिक वर्सेज का विरोध किया। अलग अलग देशो में उनके पलते फूंके गए। भारत ईरान समेत कई देशों ने इस किताब के बैन की मांग उठाई।
सलमान रुश्दी पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने इस किताब में पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया है। भारत मे इस किताब को खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। भारत मे तब राजीव गांधी की सरकार थी। वही ईरान ने इस किताब को बैन करके लेखक सलमान रुश्दी की हत्या पर इनाम घोषित कर दिया था।
वही इस किताब का इतना बढ़ चढ़ कर विरोध हुआ कि जिन लोगो ने इसका अनुवाद किया उनका शोषण किया गया। लोगो की हत्या होने लगी। जापानी भाषा मे इस उपन्यास का रूपांतरण करने वाले लेखक हितोशी इगाराशी की हत्या कर दी गई। पब्लिसर निशाना बनाए जाने लगे और लोग रुश्दी का विरोध करने लगें। यह वह दौर था जब रुश्दी पर जान का खतरा मंडराने लगा और वह छुप गए। उन्होंने बाहर आना जाना बंद कर दिया।
जाने क्या था किताब का विषय:
जानकारो का कहना है कि सलमान रुश्दी की इस किताब का विषय इस्लाम के विरुद्ध था। उन्होंने इस किताब में इस्लाम, पैगम्बर मोहम्मद की आलोचना की थी। उन्होंने इस किताब में मुस्लिम धर्म की परंपराओं पर सवाल उठाए थे और मोहम्मद को झूठा पाखंडी बताया और उनकी 12 बीवियों को लेकर तरह तरह की बाते की। जिसके बाद मुस्लिम समाज ने रुश्दी का विरोध किया और उनके खिलाफ लोग विरोध करने लगे।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।