Home Socially viral उत्तरप्रदेश का भूतिया जंगल , अंदर गया इंसान कभी नहीं लौटता वापस

उत्तरप्रदेश का भूतिया जंगल , अंदर गया इंसान कभी नहीं लौटता वापस

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रोचक: हमने भूत पिशाच की कहानियों को अपने पूर्वजों से सुना है। वह हमें अक्सर ऐसे जंगलों और महलों के बारे में बताते रहते थे जिनके भूतों का निवास होता था। हम बचपन मे अक्सर उनकी कहानियों को सुनकर डर जाते थे और सुनसान जगहों पर जाने से डरते थे। 

आज हम 21 वीं सदी में प्रवेश कर चुके हैं। विज्ञान तरक्की कर चुकी है। विज्ञान के मुताबिक भूत पिशाच एक मनगढ़ंत कहानी है। लेकिन कई जगह ऐसी है जहां हमे अकेले जाने में डर लगता है। हमारी रूह कांप जाती है। वही उन जगहों के आस पास के लोग उन्हें भूतिया जगह कहते हैं। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या वास्तव में आज के समय मे भूत जैसा कुछ होता है या यह सिर्फ एक मनगढ़ंत कहानी है..
लेकिन आज भी कुछ इमारतें ऐसी है जिन्हें लोग भूतिया इमारत कहते हैं। लोग दावा करते हैं कि इन इमारतों या जंगलों में कोई भी अकेले नही जा सकता। क्योंकि यह भूत पिशाच का निवास स्थान है। जो भी आज तक इन स्थानों पर गया वह वापस तो आया लेकिन अकेले नही उसके साथ मे कोई अन्य भी था। तो आइये जानते हैं उत्तरप्रदेश के भूतिया जंगल के बारे में..

1) पिसाव का जंगल:-

यह उत्तरप्रदेश के मथुरा जिला के एक गांव में है। गांव वासियों का कहना है कि गांव में एक जगह ऐसी है जहां कोई अकेले नही जाता। क्योंकि उस जगह से तरह तरह की आवाजें आती है। आवाजे इतनीं खतरनाक की लोग डर से कांप उठते हैं। पुराणों में लिखा गया है कि महाभारत में जब युद्ध खत्म हो गया था तो आचार्य द्रोण के महाबलशाली पुत्र अश्ववस्थामा पांण्डवों की जय के बाद से जिन झाड़ियों में प्रवेश कर गए थे वे ये ही हैं। इस जगह लोग पूजा करने जाते हैं। लेकिन इसके जंगल मे कोई प्रवेश नही करता है कहा जाता है कि अगर कोई इस जंगल मे प्रवेश करेगा तो वह वापस लौट कर नही आएगा।
गांव वालों की बातों के अनुसार इस जंगल से कोई भी व्यक्ति लकड़ियों को काटकर अपने घर नही ले जा सकता है। लोग इस जंगल की लकड़ियों को काटकर बेच तो सकते हैं लेकिन उसका उपयोग नही कर सकते। गांव वालों ने कहा एक बार एक व्यक्ति इस जंगल की लकड़ियों को काटकर अपने घर ले जा रहा था तो उसके जानवरों की मौत हो गई। घर मे सब बीमार होने लगे और उसे काफी कष्टों को झेलना पड़ा।
अगर आप आस्था कार्यों जैसे पुण्य-प्रसादी और भण्डारा करते हैं तो आप इस जंगल की लकड़ियों का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको पुण्य मिलेगा। यह जंगल वैसे तो इतना ज्यादा प्रचलित नहीं है लेकिन कई लोग जब मथुरा जाते हैं तो इस जंगल के दर्शन के लिये भी जाते हैं।

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