राजनीति- बिहार की राजनीति में बीते कई दिनों से हलचल मची हुई है। गठबंधन के नेता आपस में भिड़े हुए हैं। वहीं को कई लोग यह भी। कयास लगा रहे थे कि नीतीश कुमार पुनः पलटी मार कर भाजपा से जुड़ सकते हैं।
लेकिन अब इन अटकलों पर विराम लग गया है।क्योंकि बीजेपी की कार्यकारिणी समिति के प्रस्ताव में यह फैसला किया गया है कि अब भाजपा किसी भी सूरत में नीतीश कुमार के साथ हाथ मिलाने को तैयार नहीं है। यह प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से लाया गया है।
वहीं कैमूर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हम विपक्ष एकता के साथ अडिग हैं। हम चाहते हैं विपक्ष एकजुट हो। यह होगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने निमंत्रण भेजा है। हम उनका सम्मान करते हैं हमारे पार्टी अध्यक्ष वहां जाएंगे।
अभी कांग्रेस के साथ हमारी बात नहीं हुई है। उनका कार्यक्रम समाप्त हो जाए फिर हम उनसे बातचीत करेंगे। यह बातें उन्होंने अपनी समाधान यात्रा के दौरान कहीं हैं। अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के माध्यम से बिहार की जनता से जुड़कर उनकी समस्याओं का निष्पादन करने में लगे हुए हैं।
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