भारत में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में जोरदार गतिविधि देखी जा रही है। झारखंड में इंडिया गठबंधन और एनडीए ने सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी-अपनी रणनीतियाँ बना ली हैं। यह लेख झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे पर केंद्रित है, जिसमे इंडिया गठबंधन और एनडीए के द्वारा किये गये सीट बंटवारे का विश्लेषण किया गया है।
झारखंड में इंडिया गठबंधन का सीट बंटवारा
झारखंड में इंडिया गठबंधन ने 81 विधानसभा सीटों के लिए सीटों का बंटवारा घोषित कर दिया है। इस गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वाम दल शामिल हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा की कि JMM और कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि शेष 11 सीटों पर RJD और वाम दल चुनाव लड़ेंगे।
सीट बंटवारे का विवरण
JMM और कांग्रेस के बीच 70 सीटों के बंटवारे का स्पष्ट विवरण अभी नहीं दिया गया है। यह समझा जाता है कि दोनों दलों के बीच पारस्परिक बातचीत के बाद सीटों का आवंटन किया जाएगा। यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि 2019 के विधानसभा चुनावों में JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 30 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने 31 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 16 सीटें जीती थीं। RJD ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल 1 सीट जीती थी।
वाम दलों की भूमिका
मारक्सवादी समन्वय समिति (MCC) के CPI(ML) में विलय के बाद, वाम दलों ने इंडिया गठबंधन में अपनी भूमिका के मद्देनजर अधिक सीटों की मांग की थी। वर्तमान में, बागोडर सीट का प्रतिनिधित्व CPI(ML) के विनोद कुमार सिंह कर रहे हैं, जो सोरेन सरकार का समर्थन कर रहे हैं। CPI(ML) धनवार, बागोडर, निरसा सिंदरी और जमूआ सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
एनडीए का सीट बंटवारा और चुनावी रणनीति
एनडीए ने भी झारखंड में सीटों का बंटवारा कर दिया है। भाजपा 68 सीटों पर, अजसू पार्टी 10 सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) 2 सीटों पर और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी। एनडीए की रणनीति भाजपा के नेतृत्व में एक मजबूत गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ना और राज्य में अपनी सत्ता बनाए रखना है।
भाजपा की भूमिका
भाजपा को झारखंड में अपनी ताकत का अहसास है, और 68 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला इसी का प्रमाण है। भाजपा स्थानीय स्तर पर जनसंपर्क कर अपनी भागीदारी और स्थानीय मुद्दों को चुनाव प्रचार में केंद्र में रखेगी।
अन्य दलों की भागीदारी
हालांकि एनडीए में भाजपा प्रमुख पार्टी है, अजसु, जद (यू) और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) अपनी-अपनी ताकत और पहुँच का इस्तेमाल करते हुए चुनाव में प्रभाव डालने की कोशिश करेंगी। ये गठबंधन के लिए अतिरिक्त वोटर आधार प्रदान करते हैं।
चुनाव आयोग का महत्वपूर्ण कदम
चुनाव आयोग ने झारखंड सरकार को निर्देश दिया है कि वह अनुरग गुप्ता को पुलिस महानिदेशक के कार्यवाहक पद से तत्काल प्रभाव से हटा दें। यह फैसला चुनावों के निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन के लिए लिया गया है।
चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता
चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि झारखंड में चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हों। इस कदम से चुनावों में किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव या प्रभाव के खतरे को कम किया जा सकेगा।
राजनीतिक विश्लेषण और भविष्यवाणियाँ
झारखंड में इस बार का चुनाव बेहद रोमांचक होने वाला है। इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों ही अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं। किसी भी गठबंधन की स्पष्ट जीत की भविष्यवाणी करना मुश्किल है, क्योंकि दोनों गठबंधन के पास एक-दूसरे को चुनौती देने की क्षमता है।
प्रमुख कारक
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे कई कारकों पर निर्भर करेंगे जैसे कि: जनता का मूड, दोनों गठबंधनों के चुनावी प्रचार का प्रभाव, राज्य के मुख्य मुद्दे, और दोनों गठबंधनों की रणनीतियों की सफलता।
मुख्य बातें:
- झारखंड में इंडिया गठबंधन ने JMM और कांग्रेस को 70 सीटें और RJD तथा वाम दलों को 11 सीटें आवंटित की हैं।
- एनडीए में भाजपा को 68, अजसु को 10, जद(यू) को 2 और लोजपा(रामविलास) को 1 सीट दी गयी है।
- चुनाव आयोग ने झारखंड में पुलिस महानिदेशक के कार्यवाहक पद से अनुरग गुप्ता को हटाने का निर्देश दिया है।
- झारखंड में विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करेगा, और यह बेहद रोमांचक रहने की संभावना है।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।