Home राष्ट्रीय 1170 पथरियों ने हिलाया फरीदाबाद: पित्ताशय की पथरी का खतरा कितना गंभीर?

1170 पथरियों ने हिलाया फरीदाबाद: पित्ताशय की पथरी का खतरा कितना गंभीर?

7
0
1170 पथरियों ने हिलाया फरीदाबाद: पित्ताशय की पथरी का खतरा कितना गंभीर?
1170 पथरियों ने हिलाया फरीदाबाद: पित्ताशय की पथरी का खतरा कितना गंभीर?

फरीदाबाद के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में हाल ही में एक अद्भुत चिकित्सा मामला सामने आया है जहाँ एक 36 वर्षीय महिला के पित्ताशय से 1170 पथरी निकाली गईं। यह घटना चिकित्सा जगत में एक दुर्लभ मामला है, जो पित्ताशय की पथरी से जुड़ी गंभीरता और समय पर इलाज के महत्व पर प्रकाश डालती है। यह केस हमें पित्ताशय की पथरी के लक्षणों, निदान, और उपचार के बारे में जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जिससे हम भविष्य में इस तरह की गंभीर जटिलताओं से बच सकते हैं। तीन दिन पहले तीव्र पेट दर्द की शिकायत लेकर आई महिला चनप्रीत कौर के पित्ताशय में अल्ट्रासाउंड और जाँच में बड़ी संख्या में पथरी का पता चला था। ये पथरी इतनी अधिक संख्या में थी कि इन्होंने अग्न्याशयशोथ (पैनक्रिएटाइटिस) का कारण भी बनाया था। इस दुर्लभ मामले की जानकारी आगे विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे।

पित्ताशय की पथरी: एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या

पित्ताशय की पथरी एक आम समस्या है, लेकिन इसकी गंभीरता को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। पित्ताशय, एक छोटा थैला है जो पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में स्थित होता है और यकृत से पित्त को संग्रहीत करता है। पित्त एक पाचक द्रव है जो वसा को पचाने में मदद करता है। जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल, बिलीरुबिन या अन्य पदार्थों का स्तर बढ़ जाता है, तो यह पथरी बनाने लगता है। ये पथरी आकार में छोटे रेत के कणों से लेकर बड़े, मटर के आकार के तक हो सकते हैं।

पित्ताशय की पथरी के लक्षण:

पित्ताशय की पथरी के लक्षण हमेशा स्पष्ट नहीं होते हैं। कई लोग लंबे समय तक पथरी होने के बावजूद किसी लक्षण का अनुभव नहीं करते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं: पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द, जो अचानक शुरू हो सकता है और कुछ मिनटों या घंटों तक रह सकता है। यह दर्द कंधे, पीठ या गर्दन में भी फैल सकता है। अन्य लक्षणों में मतली, उल्टी, बुखार और कंपकंपी शामिल हो सकते हैं।

पित्ताशय की पथरी का निदान और उपचार:

पित्ताशय की पथरी का निदान अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन या एमआरआई जैसे इमेजिंग परीक्षणों से किया जा सकता है। उपचार पथरी के आकार, संख्या और लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है। कई मामलों में, पित्ताशय को शल्यक्रिया द्वारा निकालना (कोलेसिस्टेक्टोमी) आवश्यक हो सकता है। शल्यक्रिया लैप्रोस्कोपिक या ओपन सर्जरी के रूप में की जा सकती है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी एक कम आक्रामक प्रक्रिया है जिसमें छोटे चीरे लगाए जाते हैं।

चनप्रीत कौर का मामला: एक अद्वितीय चुनौती

36 वर्षीय चनप्रीत कौर का मामला पित्ताशय की पथरी की गंभीरता और संभावित जटिलताओं को रेखांकित करता है। 1170 पथरी की उपस्थिति अत्यंत दुर्लभ है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बन गया था। पथरी के कारण हुए अग्न्याशयशोथ से उनकी स्थिति और भी गंभीर हो गई थी। डॉक्टरों ने पहले ERCP तकनीक का उपयोग करके आम पित्त वाहिनी से पथरी को हटाया, फिर शेष पथरी को निकालने के लिए एक छोटा सा चीरा लगाकर पित्ताशय को निकाल दिया गया।

समय पर उपचार का महत्व:

यह मामला समय पर उपचार के महत्व को रेखांकित करता है। यदि चनप्रीत कौर को तत्काल चिकित्सा नहीं मिली होती, तो पित्ताशय फट सकता था, जिससे जानलेवा संक्रमण हो सकता था। इसलिए, पेट में दर्द या अन्य लक्षणों को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। यदि आपको पित्ताशय की पथरी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत किसी चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करें।

पित्ताशय की पथरी की रोकथाम

हालांकि पित्ताशय की पथरी को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ जीवनशैली में बदलाव करके इसके जोखिम को कम किया जा सकता है:

स्वस्थ जीवनशैली:

  • स्वास्थ्यकर आहार: संतुलित आहार लें जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों। अधिक कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
  • वजन प्रबंधन: स्वास्थ्यकर वजन बनाए रखें। मोटापा पित्ताशय की पथरी के जोखिम को बढ़ाता है।
  • नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करें। शारीरिक गतिविधि स्वस्थ वजन बनाए रखने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है।
  • जल का सेवन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

निष्कर्ष

चनप्रीत कौर का मामला पित्ताशय की पथरी की गंभीरता और समय पर निदान एवं उपचार के महत्व पर प्रकाश डालता है। अगर आपको पेट में कोई भी असामान्य दर्द या लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाकर पित्ताशय की पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • पित्ताशय की पथरी एक गंभीर समस्या है जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
  • पेट दर्द, मतली, उल्टी जैसे लक्षणों को गंभीरता से लें।
  • समय पर निदान और उपचार जटिलताओं से बचने में मदद करता है।
  • स्वस्थ जीवनशैली और नियमित जांच से पित्ताशय की पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।