Home राष्ट्रीय देहरादून में स्वच्छता अभियान: सख्त कार्रवाई और जागरूकता

देहरादून में स्वच्छता अभियान: सख्त कार्रवाई और जागरूकता

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देहरादून में स्वच्छता अभियान: सख्त कार्रवाई और जागरूकता
देहरादून में स्वच्छता अभियान: सख्त कार्रवाई और जागरूकता

देहरादून पुलिस द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान चलाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाल ही में हुई थूकने की घटनाओं पर कार्रवाई करने के निर्देश के बाद, पुलिस विभाग सक्रिय हो गया है। एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस अभियान में होटलों, रेस्टोरेंट्स और ढाबों पर छापे मारे जा रहे हैं और रसोई की व्यवस्थाओं की जांच की जा रही है। यह अभियान केवल स्वच्छता सुनिश्चित करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि खाद्य सुरक्षा और जन स्वास्थ्य के पहलुओं को भी ध्यान में रखता है। इस अभियान से शहरवासियों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी और व्यापारियों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ेगी।

देहरादून में व्यापक स्वच्छता अभियान

होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों पर छापे

देहरादून पुलिस ने शहर के सभी थाना क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलाकर होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट्स की जांच की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य खानपान प्रतिष्ठानों में स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। एसएसपी अजय सिंह स्वयं होटलों के रसोईघरों की जांच कर रहे हैं। अभियान के दौरान, पुलिस ने रसोई की सफाई, स्वच्छता और सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की जांच की। जहाँ बेहतर सफाई पाई गई, वहाँ प्रतिष्ठान के संचालक को फूल देकर प्रोत्साहित किया गया।

सीसीटीवी कैमरे और स्वच्छता पर ज़ोर

पुलिस ने सभी प्रतिष्ठानों को अपने रसोईघरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया। यह कदम खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता के मानकों को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे उपभोक्ताओं को भोजन की गुणवत्ता और तैयारी के तरीके पर भरोसा बढ़ेगा। अभियान में 1047 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमे से 135 प्रतिष्ठानों के संचालकों पर गंदगी के लिए और 127 प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों के सत्यापन न होने के लिए कार्रवाई की गई। गौरा चीता यूनिट ने भी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में हुई थूकने की घटनाओं पर गंभीरता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य में हाल के दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें भोजन में थूकने की घटनाएँ शामिल हैं।

“थूक जिहाद” और खाद्य सुरक्षा

“थूक जिहाद” के नाम पर फैलाई जा रही झूठी खबरों से जनमानस में डर पैदा किया गया है। हालाँकि, इस अभियान से सरकार का लक्ष्य स्वच्छता और भोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और इससे जनता में भ्रम दूर करने और सकारात्मक माहौल बनाने में सहायता मिलेगी। इसलिए जरुरी है की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो और सही सूचना के साथ आधिकारिक माध्यमों से संचार स्थापित किया जाए।

स्वच्छता और सुरक्षा में सुधार के प्रयास

जागरूकता अभियान और प्रोत्साहन

इस अभियान का उद्देश्य न केवल कार्रवाई करना, बल्कि प्रतिष्ठानों के मालिकों को स्वच्छता और सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना भी है। उत्कृष्ट स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था वाले प्रतिष्ठानों को फूल देकर सम्मानित किया गया, ताकि उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके और अन्य प्रतिष्ठानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाया जा सके। यह पहल, प्रोत्साहन और दंड दोनों पहलुओं को शामिल करती है ताकि स्थायी परिवर्तन सुनिश्चित किया जा सके।

भविष्य के लिए रणनीति

यह अभियान राज्य सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पुलिस महानिदेशक ने सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया है। इससे साफ़ है कि राज्य सरकार जन स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और भविष्य में ऐसे और भी कड़े कदम उठा सकती है।

टेक अवे पॉइंट्स:

  • देहरादून पुलिस ने शहर में एक व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया है।
  • होटलों, रेस्टोरेंट्स और ढाबों में स्वच्छता और सुरक्षा जांच की जा रही है।
  • सभी प्रतिष्ठानों को रसोईघरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक ने थूकने की घटनाओं पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
  • अभियान का उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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