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जिस विश्वविद्यालय में ज्योतिष और अध्यात्म का मजाक उड़ाया था उसी विश्वविद्यालय में आज सनातन संस्कृति की लहर बहेगी

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लखनऊ । जिस विश्वविद्यालय में कभी ज्योतिष का कोर्स शुरू होने पर भारी विरोध हुआ था वहां अब भारतीय संस्कृति के ज्ञान का प्राथमिकता मिल रही है। एलयू में स्थापना दिवस के बहाने आध्यात्म की गंगा बहेगी। ब्रह्मकुमारी की हैप्पीनेस लैब, इस्कॉन की ओर से गीता ज्ञान सत्र का आगाज, प्रतिदिन योगासन और रामलीला का भव्य का आयोजन होगा। यही नहीं इनमें से कुछ को तो हमेशा के लिए जारी रखने की भी तैयारी की जा रही है।

90 के दशक के अंत में जब विश्वविद्यालय में ज्योतिष का कोर्स शुरू किया गया था, तब खासतौर पर कम्युनिस्ट लॉबी ने इसका जम कर विरोध किया था। यहां तक की ज्योतिष के ज्ञान को पाखंड बता कर उसका मजाक तक उड़ाया गया था। मगर अब समय बदल गया है। एक एक के बाद स्थापना दिवस समारोह से पहले भारतीय प्राचीन संस्कृति से जुड़े हुए नए शैक्षणिक सत्रों को विश्वविद्यालय में जोड़ा जा रहा है। जिससे आध्यात्म से विद्यार्थियों को जोड़ा जा सकें। वे भारतीय संस्कृति को नजदीक से जान सकें। कुलपति प्रो आलोक कुमार राय बताते हैं कि हमारी संस्कृति से विद्यार्थियों का जुड़ना बहुत आवश्यक है। हमारी सबसे संपन्न धरोहर की रखवाली युवा ही करेंगे।

हैप्पीनेस लैब : हैप्पीनेस लैब की शुरुआत 21 नवंबर को की जाएगी। इस लैब में विद्यार्थियों को आत्मिक ज्ञान मिलेगा। उनको बुरी आदतों से ग्रस्त होने की दशा में विशेष सत्रों के जरिये उनको छोड़ने के उपाय बताए जाएंगे। माउंट आबू स्थित प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के साथ हुए एमओयू के तहत ये हैप्पीनेस लैब टैगोर लाइब्रेरी में स्थापित की जा रही है।

गीता का ज्ञान : इस संबंध में लविवि का इस्कॉन से एमओयू हुआ है। जिसके तहत 30 घंटे का गीता सत्र का आयोजन इस्कॉन करेंगे। बाद में समय समय पर सत्रों का आयोजन विद्यार्थियों के लिए लविवि करेगा। जिससे विद्यार्थी गीता रहस्य को जान पाएंगे।

प्रतिदिन योग : प्रतिदिन योग का आयोजन विश्वविद्यालय में किया जाएगा। जिसके जरिये प्राचीन भारतीय परंपरा की इस शरीर को स्वस्थ रखने का प्रयास होगा। स्थापना दिवस समारोह के दौरान हर सुबह छह बजे से योग होगा।

रामलीला का आयोजन : स्थापना दिवस समारोह के दौरान एक दिन रामलीला का आयोजन भी सांस्कृतिक मंच पर किया जाएगा। स्थापना दिवस समारोह के दौरान 20 नवंबर को शाम साढ़े पांच बजे से रामलीला का आयोजन होगा।

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