Home health अपना हृदय स्वास्थ्य: शुरुआत से ही सही कदम

अपना हृदय स्वास्थ्य: शुरुआत से ही सही कदम

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अपना हृदय स्वास्थ्य: शुरुआत से ही सही कदम
अपना हृदय स्वास्थ्य: शुरुआत से ही सही कदम

हृदय रोगों से बचाव के लिए शुरुआती कदम और निरंतरता महत्वपूर्ण है। विश्व हृदय दिवस का विषय “हृदय से कार्य करें” प्रत्येक व्यक्ति, परिवार और समुदाय को अपने जीवनशैली में बदलाव करके बढ़ते हृदय रोगों के प्रकोप पर लगाम लगाने का आह्वान करता है। दुनिया भर में हृदय रोग, जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, हृदय की विफलता और अतालता, मौत और अक्षमता का प्रमुख कारण बन रहे हैं। हालाँकि लोग व्यायाम और आहार के महत्व के बारे में जागरूक हैं, फिर भी नियमित रूप से जीवनशैली में प्रभावी परिवर्तन करने में संघर्ष करते हैं। काम का दबाव, घर के काम, नई जिम्मेदारियाँ या किसी प्रियजन की देखभाल जैसी बाधाएँ स्वस्थ जीवनशैली को प्रभावित करती हैं। आजकल सभी आयु वर्गों के लोगों के लिए स्वस्थ जीवनशैली की सबसे बड़ी बाधा गैजेट्स की लत है। यह एक वास्तविक लत है, जिससे लोग घंटों सोशल मीडिया या मनोरंजन में बिता देते हैं।

शुरुआती कदम और निरंतरता: स्वस्थ जीवनशैली की आधारशिला

नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, स्वस्थ वजन, भावनात्मक स्वास्थ्य, पर्याप्त नींद, सचेतनता और प्रियजनों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय, लगभग सभी बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल संबंधी समस्याएं, हृदय रोग, यकृत की समस्याएं, गुर्दे की बीमारियां, फेफड़ों के रोग, जोड़ों के रोग, मांसपेशियों की समस्याएं, प्रजनन समस्याएं, कुछ कैंसर और मनोसामाजिक बीमारियाँ अस्वस्थ जीवनशैली के कारण होती हैं। आनुवंशिक प्रवृत्ति वाले लोग भी स्वस्थ जीवनशैली और नियमित जाँच से बीमारियों से बच सकते हैं। वर्तमान दिशानिर्देश 20 वर्ष की आयु में पहला हृदय स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह देते हैं। शारीरिक जांच, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर, ईसीजी और जीवनशैली मूल्यांकन के माध्यम से जोखिम का आकलन किया जा सकता है और जीवनशैली में बदलाव या दवाओं से जोखिम कम किया जा सकता है।

बच्चों और किशोरों में स्वस्थ आदतें

20 साल की उम्र में स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ बचपन और किशोरावस्था का बहुत महत्व है। 20 साल की उम्र का स्वास्थ्य 60 साल की उम्र के स्वास्थ्य से सीधे जुड़ा होता है। इसलिए, शुरुआती कदम और निरंतरता आवश्यक है।

छोटे लक्ष्य, बड़ा प्रभाव

स्वस्थ आदतें अपनाने के लिए छोटे कदम उठाएँ। प्रति सप्ताह एक छोटा बदलाव करें, जैसे कि रोजाना फल खाना या 15 मिनट टहलना। अगले सप्ताह, पिछले सप्ताह की सफलता की सराहना करें और थोड़ा और व्यायाम करें या हरी सब्जियाँ जोड़ें। छोटे, स्मार्ट लक्ष्य बनाएँ और उन्हें प्राप्त करें।

चुनौतियों का सामना करना

जीवन में आने वाली परेशानियों के लिए योजना बनाएँ। जब मुश्किलें आती हैं, तो अस्वास्थ्यकर आदतों में वापस न जाएँ। धूम्रपान छोड़ने में, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की मदद महत्वपूर्ण है।

टीम वर्क का महत्व

व्यवहार में बदलाव के लिए टीम वर्क का महत्व कम आँका नहीं जाना चाहिए। बच्चों के लिए, माता-पिता, स्कूल और साथियों का सहयोग आवश्यक है। यंग एडल्ट्स के लिए, स्वस्थ कार्य वातावरण और भावनात्मक सहारा आवश्यक हैं। वयस्कों के लिए, दोस्तों, सहकर्मियों, परिवार या पड़ोसियों के साथ मिलकर काम करें, एक-दूसरे को प्रेरित करें और सुझाव साझा करें। अपने चिकित्सक से नियमित परामर्श लें।

चिकित्सक की भूमिका

अपने चिकित्सक को अपने स्वास्थ्य लक्ष्यों के बारे में अवगत कराएँ और नियमित जाँच करवाते रहें।

निष्कर्ष

यह विश्व हृदय दिवस सभी के लिए जागरूकता का आह्वान है। अधिक चलें, स्वस्थ खाएँ, अच्छी नींद लें, ताज़ा और ऊर्जावान रहें, और अपने हृदय और समग्र स्वास्थ्य की देखभाल करें।

मुख्य बिन्दु:

  • हृदय रोगों से बचाव के लिए शुरुआती कदम और निरंतरता महत्वपूर्ण है।
  • छोटे लक्ष्य बनाएँ और उन पर लगातार काम करें।
  • चुनौतियों का सामना करने के लिए योजना बनाएँ और समर्थन प्रणाली विकसित करें।
  • टीम वर्क से जीवनशैली में बदलाव करना आसान होता है।
  • अपने चिकित्सक के साथ नियमित परामर्श ज़रूरी है।
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