श्री सत्य साईं जिले के धर्मवरम पुलिस ने हाल ही में हुई एक झड़प के सिलसिले में दस लोगों को गिरफ्तार किया है। यह झड़प दो गिरोहों के सदस्यों के बीच हुई थी, जहाँ सदस्यों ने खिलौना बंदूकों का इस्तेमाल करके गोलीबारी का नाटक किया था। यह घटना बत्तलापल्ली मंडल के रामापुरम में हुई थी। पुलिस अधीक्षक वी. रत्ना ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कुछ दिन पहले इन दोनों गिरोहों के बीच नकली सोने की चोरी को लेकर झड़प हुई थी। एसपी ने पुलिस उपाधीक्षक (धर्मवरम) श्रीनिवास को जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया था।
गिरोहों की पहचान और गिरफ्तारी
तेलंगाना से गिरफ्तारी:
जांच के परिणामस्वरूप, एक गिरोह के आठ सदस्यों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया, जबकि दो अन्य को अन्नामाय्या जिले के शिकारी पालेम गिरोह से गिरफ्तार किया गया। दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जंगौन जिले के नरमेता गांव के 27 वर्षीय पुली अरविंद कुमार, हैदराबाद के पास जगदीरीगुट्टा के 32 वर्षीय गोल्ला नागराजु और तेलंगाना के विभिन्न स्थानों के कई अन्य शामिल हैं।
शिकारी पालेम गिरोह की गतिविधियाँ:
शिकारी पालेम गिरोह, जिसमें पोमारी बांगरी, राणा हरीश, राणा बाबू राव (उर्फ नूर), और पोमारी विलास (उर्फ इलाची) जैसे सदस्य शामिल थे, नकली सोने की बिक्री में लिप्त था। इस गिरोह ने पड़ोसी तेलंगाना के चव्हेल्ला मंडल के मानसनीपल्ली गांव के नरेश को निशाना बनाया और उसे 15 लाख रुपये के नकली सोने को बेचने का वादा किया। नरेश को गिरोह के बारे में पता चल गया और उसने साइबर अपराध में माहिर हैकर पुली अरविंद कुमार से संपर्क किया, जिसने शिकारी पालेम गिरोह को बेनकाब करने की योजना बनाई।
झड़प और नकली हथियार
नकली हथियारों का प्रयोग:
20 तारीख को श्री सत्य साईं जिले के बत्तलापल्ली पुलिस स्टेशन के पास शिकारी पालेम गिरोह और पुली अरविंद के नेतृत्व वाले समूह के बीच मुलाक़ात हुई। इस दौरान एक टकराव हुआ, जिसमें अरविंद के सहयोगियों ने नकली आग्नेयास्त्र दिखाए और दोनों गिरोहों के सदस्य घबराकर भाग गए। हैदराबाद में 400 रुपये में खरीदे गए ये नकली हथियार केवल ध्वनि उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किए गए थे और ये घातक नहीं थे।
पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी
सबूतों का बरामद होना:
एसपी ने बताया कि पुलिस ने दो वाहन, दो नकली आग्नेयास्त्र, 19 खिलौना गोलियां, लगभग दो किलोग्राम नकली सोने की चेन, एक वॉकी-टॉकी और एक माइक्रोफ़ोन सहित सबूत बरामद किए हैं। उन्होंने आगे बताया कि आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है।
निष्कर्ष
यह घटना नकली सोने की बिक्री के प्रयास और दो प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच हुए संघर्ष को दर्शाती है। पुलिस की तेज कार्रवाई से आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और महत्वपूर्ण सबूत बरामद हुए। इस मामले में, नकली आग्नेयास्त्रों के उपयोग ने स्थिति को और जटिल बना दिया। आगे की जाँच से इस तरह के अपराधों के पीछे के नेटवर्क का पता लगाने और उन्हें रोकने में मदद मिल सकती है।
टेकअवे पॉइंट्स:
- दो प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच हुई झड़प में दस लोग गिरफ्तार।
- नकली सोने की चोरी को लेकर झड़प हुई।
- नकली आग्नेयास्त्रों का उपयोग किया गया।
- पुलिस ने महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए।
- आगे की जांच जारी है।
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