भदोही। औराई कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की छात्रा कक्षा तीन में सेंट जॉन्स स्कूल में पढ़ती है, और उसी के साथ ही उसका भाई कक्षा एक में पढ़ता है। दोनों सुबह 7 बजे औराई कोतवाली से 100 मीटर दूर पश्चिम सेंट जॉन्स स्कूल में दाखिल हुए।
इसके बाद छात्रा सीधे अपने क्लास रूम में न जाकर बाथरूम में चली गई।छात्रा ने टॉयलेट में जाकर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। उधर टॉयलेट के दरवाले के बाहर खड़े उसके भाई ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया।
इसके बाद शिक्षकों ने दरवाजा तोड़कर छात्रा को बाहर निकाला, जहां बच्ची बेहोशी की हालत में फर्स पर गिरी थी। आनन-फानन में उसे स्कूल के ही वाहन से सीएससी औराई ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।
अंदर जाकर उसने टॉयलेट का दरवाजा बंद कर लिया। साथ में उसका भाई भी टॉयलेट के दरवाजे के बाहर खड़ा होकर बहन का इंतजार करने लगा। कुछ देर के बाद टॉयलेट के अंदर से धुआं निकलने लगा। इस पर भाई जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि मेरी ने बहन आग लगा ली है। उसकी आवाज सुनकर वहां पर मौजूद शिक्षक टॉयलेट की तरफ दौड़े, लेकिन टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद था।
किसी तरह से शिक्षकों और कर्मचारियों ने स्कूल का दवाजा खोला और छात्रा को बाहर निकाला। वह बेहोश हालत में पड़ी थी। छात्रा का चेहरा, गर्दन और शरीर के कुछ हिस्से बुरी तरह से झुलस गए थे। आनन-फानन में शिक्षक अपनी स्कूल की गाड़ी से उसे सीएचसी औराई ले गए, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया।
हालत नाजुक देखते हुए डाक्टरों ने उसे वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। फिलहाल, पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई है और मामले की जांच में जुट गई है। वहीं परिवारवालों का कहना है कि उसने किसी सीरियल को देखकर ऐसा कदम उठाया होगा।
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