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कुशीनगर में ऑनलाइन फ्रॉड कर उड़ाए थे 50 हजार,साइबर सेल ने कराया वापस

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कुशीनगर में ऑनलाइन फ्रॉड कर उड़ाए थे 50 हजार,साइबर सेल ने कराया वापस
पडरौना,कुशीनगर :  कुशीनगर पुलिस की साइबर सेल ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एक व्यक्ति का एटीएम कार्ड नंबर चुराकर साइबर अपराधी ने ऑनलाइन फ्राड कर उसके एचडीएफसी बैंक खाते से तीन बार में 60 हजार रुपये निकाल लिया था। पीड़ित व्यक्ति ने इसकी शिकायत एसपी से की थी। एसपी के निर्देश पर हरकत में आते हुए साइबर सेल ने 50 हजार रुपये पीड़ित के खाते में वापस करा दिया।
कसया निवासी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने एसपी राजीव नारायण मिश्र से मिलकर शिकायत की कि कसया स्थित एचडीएफसी बैंक के उसके खाते से किसी व्यक्ति ने 60 हजार रुपये निकाल लिया है। शिकायत पर एसपी ने साइबर सेल को तत्काल कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया। साइबर सेल की जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता के एचडीएफसी बैंक में खोले गये बचत खाते से धोखे से एटीएम कार्ड नंबर व सीवीवी नंबर का प्रयोग करते हुए ऑनलाइन कैश वैलेट के माध्यम से 3 बार में 10 हजार, 20 हजार एवं 30 हजार यानी कुल 60 हजार काटकर कैश वैलेट में जमा कर लिया गया है।
साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कैश वैलेट को फ्रीज कराते हुए 50 हजार शिकायतकर्ता के बचत खाते में वापस करा दिया गया। इस सराहनीय कार्य के लिए एसपी ने साइबर सेल के सिपाही अनिल कुमार को पुरस्कृत किया है। साइबर सेल की मानें तो फ्राड होने की दशा में यदि पीड़ित द्वारा साइबर ठगी होने के 24 घंटे के अंदर सूचना दिया जाता है तो फ्राड किये गये पैसों की वापसी की संभावना अधिक रहती है।

साइबर फ्राड से बचाव का तरीका

एसपी ने कहा कि आज के आधुनिक परिवेश में सबसे अधिक साइबर फ्राड फोन करके ओटीपी पूछकर, पैसे निकालते समय एटीएम कार्ड का नंबर व पासवर्ड चोरी करके ऑनलाइन वैलेट के माध्यम से किया जा रहा है। इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि फोन पर किसी भी व्यक्ति को अपने खाते से संबंधित जानकारी साझा न करें। एटीएम बूथ से पैसे निकालते समय बूथ में अकेले ही प्रवेश करें व अपना पासवर्ड छुपा कर दर्ज करें।
अधिकतर साइबर अपराधी एटीएम बूथ में भीड़ का फायदा उठाकर साथ में ही एटीएम बूथ के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। सामने वाले व्यक्ति के पैसा निकालते समय ही उसका एटीएम कार्ड नंबर व पासवर्ड याद कर लेते हैं तथा बहुत बार धोखे से बदलकर दूसरा एटीएम पकड़ा देते हैं। इसका भनक तक सामने वाले व्यक्ति को नहीं लगती है कि उसका ATM card नंबर व पासवर्ड चोरी हो गया है। यदि इस तरह का किसी भी प्रकार का शक हो तो तत्काल स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दें तथा सतर्कता बरतें।

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