कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश द्वारा उत्तर प्रदेश के गीता प्रेस को 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार देने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को देश की सबसे पुरानी पार्टी पर तीखा हमला किया। सरमा ने ट्विटर पर लिखा, कर्नाटक में जीत के साथ, कांग्रेस ने अब खुले तौर पर भारत के सभ्यतागत मूल्यों और समृद्ध विरासत के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया है, चाहे वह धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करने या गीता प्रेस के खिलाफ आलोचना के रूप में हो।भारत के लोग इस आक्रामकता का विरोध करेंगे और समान आक्रामकता के साथ हमारे सभ्यता मूल्यों को फिर से स्थापित करेंगे।
गौरतलब है कि रविवार को, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने घोषणा की कि 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार गोरखपुर स्थित गीता प्रेस को अहिंसक और अन्य गांधीवादी तरीकों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली ज्यूरी ने सर्वसम्मति से गीता प्रेस को पुरस्कार के लिए चुना है।
हालांकि, कांग्रेस ने केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए इसे उपहास बताया। जयराम रमेश ने इसकी तुलना महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे और हिंदुत्व विचारक वी.डी. सावरकर से की।
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