गाज़ा में युद्ध के कारण पोलियो टीकाकरण अभियान स्थगित
गाज़ा पट्टी में चल रहे भीषण युद्ध के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को अपने बच्चों के पोलियो टीकाकरण अभियान के अंतिम चरण को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा है। यह निर्णय उत्तरी गाज़ा में जारी हिंसा, तीव्र बमबारी और व्यापक विस्थापन के कारण लिया गया है, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों और परिवारों के लिए बच्चों को सुरक्षित रूप से टीकाकरण केंद्रों तक पहुँचाना असंभव हो गया है। इस युद्ध ने न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं को तबाह किया है बल्कि स्वच्छता व्यवस्था को भी चरमरा दिया है, जिससे पोलियो जैसे संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा और भी बढ़ गया है। यह लेख गाज़ा में पोलियो के खतरे, टीकाकरण अभियान की चुनौतियों और इस संकट से निपटने के लिए आवश्यक कदमों पर प्रकाश डालता है।
गाज़ा में पोलियो का खतरा
पोलियो का प्रकोप और उसके प्रभाव
गाज़ा पट्टी में 25 साल बाद पोलियो का पहला मामला सामने आने के बाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तुरंत टीकाकरण अभियान शुरू किया। पोलियो एक अत्यंत संक्रामक रोग है जो मुख्य रूप से 5 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। यह दूषित जल और मल के माध्यम से फैलता है और बच्चों में विकृति और लकवा पैदा कर सकता है, यहाँ तक कि जानलेवा भी हो सकता है। गाज़ा में चल रहे युद्ध ने इस स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। नष्ट हुई स्वास्थ्य सुविधाएँ और क्षतिग्रस्त सीवेज सिस्टम पोलियो के प्रसार के लिए अनुकूल माहौल तैयार करते हैं। इसलिए, समय पर और व्यापक टीकाकरण आवश्यक है।
टीकाकरण की आवश्यकता और चुनौतियाँ
पोलियो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, 90 प्रतिशत बच्चों को दो खुराक पोलियो टीका लगवाना अनिवार्य है। पहला चरण पूरा हो चुका था, लेकिन दूसरे चरण में उत्तरी गाज़ा में जारी हिंसा के कारण 119,279 बच्चों को दूसरी खुराक नहीं लग पा रही है। युद्ध के कारण स्वास्थ्य कर्मियों के लिए उत्तरी गाज़ा में पहुँचना बेहद मुश्किल हो गया है, और परिवार भी अपने बच्चों को सुरक्षित रूप से टीकाकरण केंद्र तक नहीं ले जा पा रहे हैं। यह स्थिति पोलियो वायरस के फैलने का खतरा और बढ़ा देती है। इसलिए, इस संकट से निपटने के लिए मानवीय युद्ध विराम की आवश्यकता है ताकि टीकाकरण अभियान को फिर से शुरू किया जा सके।
युद्ध के कारण टीकाकरण अभियान में बाधाएँ
मानवीय युद्ध विराम की कमी
मानवीय युद्ध विराम के बिना, टीकाकरण अभियान को जारी रखना असंभव हो गया है। WHO ने बताया है कि उत्तरी गाज़ा में मानवीय युद्ध विराम का क्षेत्र केवल गाज़ा सिटी तक ही सीमित हो गया है, जिससे बड़ी संख्या में बच्चे दूसरी खुराक से वंचित रह गए हैं। यदि दूसरी खुराक पहली खुराक के छह सप्ताह के भीतर नहीं दी जाती है, तो प्रतिरक्षा स्तर कम हो जाता है, जिससे पोलियो का खतरा और बढ़ जाता है।
स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी ढाँचे का नुकसान
गाज़ा में जारी युद्ध ने अधिकांश चिकित्सा सुविधाओं और बुनियादी ढाँचे को नष्ट कर दिया है। यह न केवल पोलियो के प्रसार को बढ़ावा देता है, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए टीकाकरण अभियान को जारी रखना भी मुश्किल बनाता है। मलजल व्यवस्था के क्षतिग्रस्त होने से भी पोलियो के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
जनसंख्या विस्थापन और सुरक्षा चिंताएँ
युद्ध के कारण हुए बड़े पैमाने पर विस्थापन ने टीकाकरण अभियान को और जटिल बना दिया है। विस्थापित परिवारों के लिए बच्चों को टीकाकरण केंद्रों तक पहुँचाना मुश्किल है, और स्वास्थ्य कर्मियों को भी सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ रहा है। इससे टीकाकरण कवरेज कम होने की आशंका है।
पोलियो उन्मूलन के लिए प्रयास और आगे का रास्ता
तीव्र टीकाकरण अभियान की आवश्यकता
गाज़ा में पोलियो के प्रकोप को रोकने के लिए एक तीव्र और व्यापक टीकाकरण अभियान बेहद ज़रूरी है। इसके लिए उत्तरी गाज़ा में सुरक्षित और निरंतर मानवीय युद्ध विराम सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। यदि यह संभव नहीं हो पाता है, तो वैकल्पिक रणनीतियाँ, जैसे कि मोबाइल टीकाकरण केंद्रों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गाज़ा में मानवीय सहायता और चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि टीके, उपकरण और अन्य आवश्यक आपूर्तियाँ गाज़ा पहुँच सकें। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय दबाव डालकर मानवीय युद्ध विराम सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
स्वच्छता और सीवेज व्यवस्था की मरम्मत
गाज़ा में पोलियो के प्रसार को रोकने के लिए मलजल व्यवस्था की मरम्मत और स्वच्छता में सुधार आवश्यक हैं। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से वित्तीय और तकनीकी सहायता प्राप्त करने की ज़रूरत है। साथ ही, स्वच्छता जागरूकता अभियानों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि जनता स्वच्छता के महत्व को समझे और इसके लिए आवश्यक कदम उठा सकें।
टेकअवे पॉइंट्स:
- गाज़ा में युद्ध के कारण पोलियो टीकाकरण अभियान स्थगित हो गया है, जिससे पोलियो के प्रसार का खतरा बढ़ गया है।
- उत्तरी गाज़ा में मानवीय युद्ध विराम की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं का नुकसान और जनसंख्या विस्थापन अभियान में मुख्य बाधाएँ हैं।
- पोलियो उन्मूलन के लिए एक व्यापक टीकाकरण अभियान, अंतर्राष्ट्रीय सहायता और स्वच्छता में सुधार आवश्यक हैं।
- मानवीय युद्ध विराम सुनिश्चित करना पोलियो उन्मूलन के लिए महत्वपूर्ण है।
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