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अलवर : सिर काटकर रेलवे ट्रैक पर फेंका गया था उमर का शव

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अलवर : सिर काटकर रेलवे ट्रैक पर फेंका गया था उमर का शव

 

 

उमर मुहम्मद की हत्या के मामले में अलवर पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. लेकिन 35 साल के उमर के शव को सबसे पहले देखने वाले व्यक्ति का दावा है कि उसे सिर्फ गोली नहीं मारी गई, बल्कि रेलवे ट्रैक पर फेंके जाने से पहले उसका सिर कलम किया गया था.

बता दें कि 10 नवंबर को रामगढ़ और जादोली का बस के बीच रेलवे ट्रैक पर मुहम्मद का शव मिला था. हालांकि, पुलिस अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

सोनू कुमार ने सबसे पहले उमर का शव को देखा था. न्यूज 18 से बातचीत में उन्होंने कहा, “उसने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया था कि शरीर की स्थिति बताती है कि पहले उसका सिर कलम किया गया और बाद में ट्रैक पर फेंक दिया गया.”

सोनू ने कहा, “उमर का शरीर ट्रैक के बीचो-बीच था, लेकिन सिर उसके बाहर था. उसके पैर और दूसरे अंग पर चोट के निशान थे. मैं निश्चित हूं कि शव को ट्रैक पर लाकर रखा गया था. अगर ट्रेन शव के ऊपर से गई होती तो वह इस तरह नहीं रहता. अगर शरीर ट्रैक के बीच में हो तो सिर कैसे कटा हुआ हो सकता है? शव को क्षैतिज रखा गया था न कि लंबवत.”मथुरा के रहने वाले रेलवे कर्मचारी 148/3-4 रेलवे ट्रैक बिंदू पर प्रमुख व्यक्ति के तौर पर तैनात थे. सोनू कुमार ने न्यूज 18 को वह जगह दिखाई, जहां उमर मुहम्मद का शव मिला था. एक दूसरे रेलवे कर्मचारी जगदीश प्रसाद ने भी सोनू से सहमति जताते हुए कहा, यह केस पहले सिर कलम करने और फिर शव को फेंकने का है.

प्रसाद कहते हैं, की-मैन के तौर पर मैं एक साल और गेट मैन के तौर पर 10 साल से काम कर रहा हूं. मैं जानता हूं कि रेलवे ट्रैक पर सिर कैसे धड़ से अलग होता है. जिस तरह शव मिला है, ये ट्रेन के द्वारा कटा हुआ नहीं दिख रहा है. किसी ने उसका सिर कलम कर दिया है और रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया है. इस केस में ट्रेन के गुजरने के बाद शरीर पर चोट के निशान भी उस तरह के नहीं दिख रहे हैं.

हालांकि, आरोप लगाया जा रहा है कि यह हत्या गौरक्षकों का काम है. पुलिस ने इस मामले में सेक्शन 201 और 302 के अंतर्गत एफआईआर रजिस्टर किया है.

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