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इंटरनेशनल मीडिया में भी छाया है ‘दिल्ली का स्मॉग’

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इंटरनेशनल मीडिया में भी छाया है ‘दिल्ली का स्मॉग’

 

 

दिल्ली में जहरीले स्मॉग और प्रदूषण से लोगों का दम घुट रहा है. यहां प्रदूषण इमरजेंसी लेवल पर पहुंच गया है. इंटरनेशनल मीडिया में भी दिल्ली के प्रदूषण और स्मॉग की चर्चा है. तमाम इंटरनेशनल न्यूज पेपर्स ने दिल्ली के इस हालत पर चिंता जाहिर की है और इसे प्रदूषण को लोगों के लिए बड़ा खतरा बताया है.

‘एशिया पेसिफिक’ लिखता है- ‘भारत की राजधानी दिल्ली की हवा इतनी प्रदूषित है कि आपका सिर दर्द करने लगेगा. दिल्ली में स्मॉग और प्रदूषण का लेवल इतना ज्यादा बढ़ गया है कि ये सांस के मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. आपके फेफड़ों में कचरा (कार्बन) भर रहा है.’

‘अलजजीरा’ लिखता है- ‘भारत की राजधानी में जहरीली हवा से लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है. दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो गई है. दिल्ली के 5वीं तक के स्कूल बंद हैं. प्रदूषण ने निपटने के लिए गाड़ियों पर भी रोक लगाई जा सकती है.’

‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ लिखता है- ‘भारत की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण लोगों को बीमार बना रहा है. स्कूल बंद हैं और पढ़ाई ठप. स्मॉग से वहां सांस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.’‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने लिखा- ‘भारत में प्रदूषण से टूरिज्म घटा है. और दिनों के मुकाबले बीते 3 दिनों में दिल्ली आने वाले विदेशी टूरिस्टों की संख्या 30 फीसदी घटी है.’

दिल्ली में प्रदूषण और स्मॉग से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार सोमवार से ऑड-ईवन लागू कर रही है. 17 नवंबर तक दिल्ली में ऑड-ईवन लागू रहेगा. शनिवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने इसपर मंजूरी दे दी. इस बार महिलाओं और बाइकर्स को भी ऑड-ईवन के दायरे में लाया जाएगा.

वहीं, शनिवार सुबह दिल्ली के मंदिर मार्ग में एयर क्वालिटी इंडेक्स 326, आनंद विहार में 430, सिरी फोर्ट में 316, द्वारका में 327, शादीपुर में 331 है. दिल्ली में शुक्रवार को भी जहरीले स्मॉग से राहत नहीं मिली. पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) का स्तर सामान्य से 9 गुना ज्यादा तक रहा. कई इलाकों में विजिबिलिटी महज 300 मीटर तक रही.

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