Home राष्ट्रीय कांशीराम अस्पताल में क्यों चढ़ा प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य का पारा, मुंह...

कांशीराम अस्पताल में क्यों चढ़ा प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य का पारा, मुंह छिपाते रहे अधिकारी

55
0

शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होने की वजह से प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आलोक कुमार व्यवस्था का जायजा लेने शहर आए। कांशीराम ट्रामा सेंटर निरीक्षण करने पहुंचे तो उनका पारा चढ़ गया और उनकी नाराजगी देखकर अधिकारी भी मुंह छिपाते नजर आए। बाद में उन्होंने स्वास्थ्य, प्रशासनिक और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करके कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और सुविधाएं बढ़ाने पर चर्चा की।

कांशीराम अस्पताल में क्यों चढ़ा प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य का पारा, मुंह छिपाते रहे अधिकारी
कानपुर में कोराेना संक्रमण के बढ़ते केस को लेकर प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य प्रशासनिक और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की।

अफसरों से ली इलाज की व्यवस्था की जानकारी

प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आलोक कुमार गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे कांशीराम अस्पताल पहुंचे। कांशीराम ट्रामा सेंटर में कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है, जहां बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हैं। प्रमुख सचिव ने सहायक निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आरपी यादव, सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा, सीएमएस डॉ दिनेश सचान समेत नगर निगम के अधिकारियों और सीडीओ समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या और इलाज की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। करीब एक घंटे बैठक करने के बाद उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया।

गंदगी देखकर नाराज हुए प्रमुख सचिव

प्रमुख सचिव सबसे पहले सीएमएस कक्ष गए, जहां उन्होंने सीसीटीवी कैमरों से वार्ड में भर्ती मरीजों को देखा। इस बीच आईसीयू और वेंटीलेटर के कैमरे खराब होने पर उन्होंने नाराजगी जताई और जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए। एक कक्ष में गंदगी देखकर उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाई और पूरे अस्पताल में बेहतर साफ सफाई के लिए ताकीद की। सीएमएस ने बताया कि जल्द ही सफाई कराकर कक्ष का उपयोग लिया जाएगा।

उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के उपचार के बारे में भी जानकारी ली। निरीक्षण के बाद प्रमुख सचिव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में इलाज की सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। अस्पताल में खाने की गुणवत्ता खराब होने और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पीपीई किट धुलवाकर पहनाने के सवाल पर उन्होंने जांच कराकर कार्रवाई कराने की बात कही। सीएमएस ने खाने की गुणवत्ता को सही बताया।

Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।