केरल : संघ के ‘घर वापसी’ सेंटर से भागी लड़की
अशिता का आरोप यह भी है कि योग प्रशिक्षण केंद्र केवल नाम का है लेकिन वहां असल में ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जाता है. बहुत बेरहमी से लड़कियों को तेज़ संगीत बजाकर पीटा जाता है ताकि कोई उनकी आवाज़ भी न सुन सके. पिटाई या तो हाथ या बांस की छड़ी से होती थी और तरीके बहुत क्रूर थे .
हाईकोर्ट में जब हेबइज़ कॉर्पस पर विचार चल रहा था, तब अशिता को अपना बयान बदलने के लिए मजबूर किया गया था. अशिता की मानें तो उसे बार-बार धर्म के बारे में सलाह दी जा रही थी और उन्होंने मुस्लिम और ईसाई धर्म के बारे में घृणा से भरी बातें लगातार अशिता को कहीं. अशिता का कहना है कि इस केंद्र के लोगों की राय में केवल हिंदू धर्म अच्छा है और बाकी सब कुछ समाज के लिए हानिकारक है.
यह आरोप भी लगाए गए कि केंद्र में छह महीने में 50 से अधिक लड़कियों को फंसाया गया है. अशिता केंद्र से भाग गई और बच गई. इन शिकायतों के बारे में उच्च न्यायालय ने पुलिस जांच के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने लड़की और उसके दोस्त शुहाब के लिए पुलिस सुरक्षा का भी आदेश दिया है. माता-पिता से भी स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।