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स्मॉग से निपटने के लिए दिल्ली को बीजिंग की तर्ज पर करने होंगे काम

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स्मॉग से निपटने के लिए दिल्ली को बीजिंग की तर्ज पर करने होंगे काम

 

 

दिल्ली में प्रदूषण इमरजेंसी लेवल पर है. जहरीले स्मॉग से दिल्लीवासियों का दम घुट रहा है. गुरुवार सुबह दिल्ली के पंजाबी बाग में एयर क्वालिटी इंडेक्स 799 था. आमतौर पर बीजिंग को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता है, लेकिन दिल्ली अब बीजिंग से भी ज्यादा जानलेवा हो गई है. विशेषज्ञों ने नई दिल्ली की इस स्थिति को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है.

आबादी के मामले में चीन और भारत दुनिया के पहले और दूसरे देश हैं. लेकिन, प्रदूषण से निपटने के लिए दोनों देशों में अलग-अलग तरीके अपनाए जा रहे हैं.

प्रदूषण से दिल्ली गैस चैंबर बन गई है. गुरुवार सुबह दिल्ली के लोधी रोड पर पीएम-10 और पीएम 2.5 दोनों ही 500 रिकॉर्ड किए गए. जबकि आनंद विहार स्टेशन पर प्रदूषण का स्तर लिमिट से 10 गुना ज्यादा था.

इसी तरह केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एजेंसी सिस्टम ऑफ एअर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का औसत स्तर 406 और 645 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. यह सुरक्षित स्तर 60 और 100 से कई गुना अधिक है.घने स्मॉग से दिल्ली में विजिबिलिटी कम हो गई है. इससे सड़क हादसों की संख्या बढ़ गई है. बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे पर 20 गाड़ियां आपस में टकरा गईं. इसमें कुल 22 लोग जख्मी हुए हैं. दिल्ली के अस्पतालों में सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और खांसी की समस्या लेकर लोग पहुंच रहे हैं.

एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली के स्मॉग की तुलना 1952 की ‘ग्रेट स्मॉग ऑफ लंदन’ से की है. उन्होंने स्मॉग को ‘साइलेंट किलर’ बताया है. उनके मुताबिक, इस जहरीले स्मॉग से दिल्ली के 30 हजार लोगों को जान का खतरा है.

इस चिंताजनक वायु प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने कुछ बड़े कदम उठाए हैं. इसके तहत सिविल निर्माण पर पाबंदी, ट्रकों की आवाजाही पर रोक, कोयला जलाने पर रोक का फैसला लिया गया है. वहीं, हेलिकॉप्टर से आर्टिफिशियल बारिश भी कराई जाएगी. दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पर्यावरण मंत्री, विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ बैठक में ये फैसले लिए.

प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार 13 नवंबर से 17 नवंबर तक फिर से ऑड-ईवन लागू कर सकती है. इस अंतिम फैसला लेने के लिए गुरुवार शाम को परिवहन विभाग की अहम मीटिंग है. इस बार ऑड-ईवन में कुछ नए नियम लागू किए जाएंगे. टू-व्हीलर को भी इसके दायरे में लाया जा सकता है.

नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल (एनजीटी) ने कहा है कि दिल्ली में इमरजेंसी जैसी स्थिति है. एनजीटी ने दिल्ली के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और यूपी को भी प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. वहीं, ईपीसीए ने भी प्रदूषण के इस संकट से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. वहीं, रविवार तक पांचवीं तक के स्कूलों को भी बंद रखा गया है.

स्मॉग से निपटने के लिए चीन ने अपनाए ये तरीके
वहीं, स्मॉग और प्रदूषण से बचने के लिए बीजिंग ने दिल्ली से कहीं ज्यादा कारगर उपाय अपनाए. इससे बीजिंग में प्रदूषण दो दिन में 20 फीसदी तक कम हो गया है. बीजिंग ने ये कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर उठाए थे.

बीजिंग ने प्रदूषण का लेवल कम करने के लिए प्राइवेट व्हीकल्स की दूसरे शहरों से बीजिंग में एंट्री रोक दी गई. पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ज्यादा जोर दिया गया. ऐसे 2000 कंस्ट्रक्शन साइट्स की जांच की गई, जिनमें प्रदूषण बढ़ने का खतरा था. वहां पानी का छिड़काव कर धूल-कण को कंट्रोल किया गया.

बीजिंग ने अगले कुछ दिन तक कंस्ट्रक्शन वर्क, सीमेंट, स्टील और कोल फर्म्स के प्रोडक्शन पर रोक लगा दी है. ऐसा कोई भी काम नहीं किया जाएगा, जिससे प्रदूषण का लेवल बढ़े. सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. धूल-कण को रोकने के लिए बीजिंग में खास तरह की एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल किया गया. इससे हवा में स्प्रे किया जाता है, ताकि धूल पानी की बौछारों के साथ जमीन पर आ जाएं.

इसके अलावा बीजिंग ने ‘स्मॉग पुलिस’ का गठन किया गया है. जो नियम तोड़ने वालों पर एक्शन लेगी. वहीं, बीजिंग ने ब्लू, यलो, ऑरेंज और रेड कलर का कोड अलर्ट जारी किया है. जो कि प्रदूषण के अलग-अलग स्तर को दर्शाता है.

(moneycontrol.com के लिए Shubham Raj)

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