Bharat Ratna to Karpuri Thakur: कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने की घोषणा की और सियासी गलियारों में हलचल मच गई। कर्पूरी ठाकुर बिहार के एक बड़े नेता और जननायक थे। वह दो बार बिहार के सीएम बनें। उनकी 100 भी जयंती पर जब बीजेपी सरकार ने उनको देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न देने की घोषणा की। तो बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव का बयाना आया कि यह सम्मान कर्पूरी ठाकुर को बहुत पहले ही मिल जाना चाहिए था।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। यह दोनों ही नेता कर्पूरी ठाकुर को अपना आदर्श मानते हैं। कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर राज्यसभा सांसद हैं। वह नीतीश की पार्टी से संबंध रखते हैं। वैसे तो भारत रत्न मिलना गर्व की बात है। लेकिन कर्पूरी ठाकुर को मृत्यु के 36 साल बाद भारत रत्न से सम्मानित करना बड़ा सियासी दांव बताया जा रहा है।
राजनीति के जानकारों का कहना है – कर्पूरी ठाकुर नाई समाज से आते हैं। वह पिछड़ी जाति से संबंधित हैं। बिहार में अति पिछड़ी जातियां सबसे बड़ा जातीय समूह है। ऐसे में बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बड़ा दांव चला है। वैसे तो कई दल कर्पूरी के सम्मान में आयोजन कर रहे हैं। लेकिन भारत रत्न के माध्यम से बीजेपी बिहार में अपनी छवि गढ़ने को वोट बैंक को मजबूत करने में जुट गई है।
क्योंकि बिहार में जातिगत सर्वे के नीतेजे सामने आए हैं। विपक्ष हर राज्य में जातिगत सर्वे करवाने का मुद्दा उठा रहा है। बिहार में ओबीसी वोटबैंक सबसे अधिक है। बीजेपी जानती है ओबीसी समाज का झुकाव नीतीश-तेजस्वी की जोड़ी की तरफ है। ऐसे में कर्पूरी को भारत रत्न से सम्मानित करना। ओबीसी समाज का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना है।
क्या है बीजेपी का प्लान:
अभी हाल ही में बीजेपी ने राम मंदिर का भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित करवाया। कार्यक्रम ने सम्पूर्ण हिन्दू समाज को बीजेपी से बांध दिया। पीएम मोदी की खूब सराहना हुई और हिन्दू एकजुटता की राजनीति का जो दांव बीजेपी ने चला था। वह सफल होता दिखाई दिया। वही अब बीजेपी कमंडल के साथ मंडल पर भी अपना अधिपत्य स्थापित करना चाहती है। बीजेपी जानती है हिन्दू उसके पक्ष में भगवा झंडा लिए खड़े हैं। लेकिन पिछड़ा समाज अभी भी अपनी जाति के सम्मान हेतु संघर्ष कर रहा है। ऐसे में 24 घंटे के अंदर कर्पूरी को भारत रत्न देने की घोषणा इस बात का संकेत कर रहा है। आगामी चुनाव में बीजेपी कमंडल के साथ मंडल को साधेगी। हिंदुत्व के बलबूते नहीं बल्कि कमंडल के साथ मंडल के बलबूते बीजेपी चुनावी उद्धघोष करेगी और अपनी विजय पताका लहराने के लिए सभी समुदाय के लोगों को अपने खेमे में करने के लिए चक्रव्यूह की रचना करेगी।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।