लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने सुल्तानपुर में एसटीएफ ने गैंगस्टर और शार्प शूटर विनोद कुमार उपाध्याय को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। गोरखपुर पुलिस ने विनोद के ऊपर 35 मुकदमें विभिन्न जनपदों के भिन्न-भिन्न थानों में दर्ज थे, जिसमें हत्या व हत्या के प्रयास के कई मुकदमे भी शामिल थे। विनोद उपाध्याय उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के एक माफिया हैं।
गोरखपुर के टॉप-10 बदमाशों में शामिल विनोद उपाध्याय को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। विनोद उपाध्याय पर कुल 35 मामले दर्ज हैं। उन्होंने तीन वर्ष पहले संतकबीर नगर में सरेंडर करने के बाद भी अपराध के कामों में लिप्त रहे। विनोद उपाध्याय पर 25 हजार का इनाम घोषित था। विनोद उपाध्याय के खिलाफ गोरखपुर व संतकबीरनगर जिले में कई केस दर्ज हैं। विनोद उपाध्याय के खिलाफ संगीन धाराओं में दो दर्जन के करीब मुकदमे दर्ज हैं।
विनोद उपाध्याय पर अलग-अलग थानों में कुल 25 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इसके साथ ही प्रदेश के टॉप 61 माफिया में भी विनोद उपाध्याय का नाम शामिल है। आपके प्रश्न के अनुसार, मैंने विनोद उपाध्याय के एनकाउंटर के बारे में कोई जानकारी नहीं पाई. यदि आपके पास इसके बारे में और विस्तृत जानकारी है, तो कृपया उसे साझा करें ताकि मैं आपकी अधिक सहायता कर सकूं।
उन्होंने अपनी पहचान छात्र राजनीति के जरिए जमाई थी। विनोद उपाध्याय ने 2002 के विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अपने समर्थन के साथ छात्रसंघ पदाधिकारी का चुनाव एक व्यक्ति को लड़वाया था। चुनाव में उसकी जीत के साथ ही विनोद के हनक का सिक्का बाजार में चलने लगा। विनोद उपाध्याय के खिलाफ गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले में कई केस दर्ज हैं। विनोद उपाध्याय के खिलाफ संगीन धाराओं में दो दर्जन के करीब मुकदमे दर्ज हैं। विनोद उपाध्याय पर 25 हजार का इनाम घोषित है।
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