देश: खराब पानी के सेवन से देश में प्रति वर्ष लाखों लोगों की जान चली जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ जल पहुंचाने हेतु जल जीवन मिशन (जेजेएम) मिशन काम कर रहा है। अगर यह मिशन सही तरीके से काम करे और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो तो इससे हजारों लोगों को मौत से बचाया जा सकता है। विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच. आफ्रिन ने जेजेएम को इंगित करते हुए कहा- योजना का उद्देश्य गांव में साफ जल पहुंचाना है। अगर योजना 2024 तक देश के सभी साढ़े छह लाख गांवों में नल से जल की सुविधा उपलब्ध कराने के लक्ष्य में सफल होती है तो इससे देश में डायरिया से मरने वालों का आकड़ा कम होगा।
उन्होंने आगे कहा- यह योजना ग्रामीण परिवेश में जल की समस्या दूर करने, स्वच्छ जल मुहैया करवाने, जल जनित बीमारियों से लोगों के बचाव के उद्देश्य से लागू की गई है। यदि यह योजना व्यवस्थित तरीके से काम करती है तो जलजनित बीमारियों पर लगाम लगेगी और लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होगा। बताते चलें भारत में 5 साल तक के बच्चों की मौतों का तीसरा बड़ा कारण डायरिया है और यह 13 फीसदी मौतों की वजह भी बनता है। लिहाजा इससे निपटने के लिए देश को दीर्घकालीन प्रयासों की जरूरत है।
जानें जल जीवन मिशन योजना का उद्देश्य -
जल जीवन मिशन योजना ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जल सुविधा प्रदान करवाना, गांव -गांव नल लगवाना, जलजनित बीमारियों से लोगों को बचाव हेतु जागरूक करना है। बता दें 2018 में भारत की कुल आबादी के 36 फीसदी और ग्रामीण आबादी के 44 फीसदी लोगों के लिए शुद्ध पेयजल की पहुंच नहीं थी। उन्हें गुणवत्तापूर्ण पानी के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है।