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Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti 2024: जानें किसके उपासक थे नेता जी सुभाष चंद्र बोस

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Netaji Subhas Chandra Bose

Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti 2024: आज महान स्वतंत्रता सेनानी, युवाओं के प्रेरणा श्रोत, नेता जी के नाम से विख्यात सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती है। सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को मनाई जाती है। नेता जी की जन्म जयंती को पूरा देश पराक्रम दिवस के रूप में मनाता है। क्योंकि उन्होंने देश की जनता के मन में स्वंत्रता की आग भड़काई, हक के लिए उन्हें लड़ना सिखाया। सुभाष चंद्र बोस का जीवन स्पष्ट और सत्य का था। वह देश प्रेम में मग्न रहते थे। लोग उनको वैसे तो देश प्रेमी के रूप में जानते थे। लेकिन आज हम आपको नेता जी सुभाष चंद्र बोस के आध्यात्मिक जीवन के विषय में बताने जा रहे हैं।

जानें नेताजी सुभाष चंद्र बोस का आध्यात्मिक जीवन:

नेता जी सुभाष चंद्र बोस बेहद सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे। उनका जीवन देशप्रेम की भावना से भरा था। वह अपने साथ भगवत गीता सदैव रखते थे और उसका पाठ करते थे। नेता जी माता काली और दुर्गा के उपासक थे। सुभाष चंद्र की माता काली के प्रति बड़ी श्रद्धा थी। वह उनकी पूजा-आराधना के साथ अपने दिन का शुभारम्भ करते थे। उनको तंत्र विद्या में अटूट विश्वास था। जब नेता जी म्यांमार के मांडला जेल में बंद थे तो उन्होंने कई तंत्र विद्याओं की किताबों का अध्यन किया।

नेता जी का मत था व्यक्ति को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। आप अपने धर्म के प्रति समर्पित रहिए। उसका सम्मान कीजिए। साथ ही अन्य धर्मों का भी सम्मान कीजिए। शायद नेता जी के इसी स्वाभाव के कारण हर धर्म के लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में उनका साथ दिया। वह दुर्गा पूजा का प्रत्येक वर्ष बेसब्री से इन्तजार करते रहते थे।

भारत मां की प्रार्थना की पंक्तियां:

जाति धर्म या संप्रदाय का, नहीं भेद व्यवधान यहां,
सबका स्वागत, सबका आदर, सबका सम सम्मान यहां,
सब तीर्थों का एक तीर्थ यह, हृदय पवित्र बना लें हम,
आओ यहां अजातशत्रु बन, सबको मित्र बना लें हम.

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