Ram Mandir Inauguration: 22 तारीख को अयोध्या में भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आज यानी 16 तारीख से राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा की पूजा विधि आरम्भ हो जाएगी। 22 तारीख का दिन पूरे भारत के लिए गर्व का दिन होगा। क्योंकि 500 वर्ष के विलम्ब के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है।
हालांकि चारों शंकराचार्यों में प्राण प्रतिष्ठा को शास्त्र समान्त न बताते हुए जल्दबाजी कहा है। उनका कहना है कि जब अभी मंदिर पूर्ण रूप से बनकर तैयार नहीं हुआ है तो उसमें राम लल्ला कैसे विराजमान हो सकते हैं। मंदिर प्रभु का शरीर और प्रतिमा उनकी आत्मा होती है। जब तक शरीर का पूर्ण ढांचा नहीं तैयार होता तब तक उसमें आत्मा कैसे विराजमान करवाई जा सकती है। हालांकि शंकराचार्यों के बयाना पर खूब राजनीति हो रही है लेकिन उनका कहना है अध्यात्म को राजनीति से जोड़ना अनैतिक है। वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं 22 तारीख को अयोध्या में क्या-क्या किया जाएगा।
राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम आरम्भ हो चुका है। आज से पूजा विधि शुरू है। अभी तक राम लला का 155 देशों की नदियों और समंदर आए जल से जलाभिषेक किया जा चुका है। अयोध्या में 22 जनवरी का कार्यक्रम त्रेता युग की तर्ज पर करवाया जा रहा है। तैयारी में जुटे लोगों का मत है कि 22 जनवरी का नजारा ऐसा होगा कि लोग स्वयं को कलियुग से मुक्त समझेंगे। वही राम मंदिर को इस ढंग से तैयार किया गया है कि प्रत्येक राम नवमी को भगवान सूर्य द्वारा उनका राज्य अभिषेक होगा। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन दोपहर 12:00 बजे सूर्य देव की किरणें प्रभु श्री राम के मुख पर पड़ेंगी।
भगवान राम की मूर्ति योगीराज ने बनाई है। मूर्ति श्याम वर्ण की है और रामलला के विग्रह की ऊंचाई 51 इंच है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ द्वारा निकाला गया है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य पूजा दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड के बीच की जाएगी।
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