भारत:- इस समय आरसीपी सिंह चर्चा का विषय बने हुए हैं और हर ओर इनके इस्तीफे की अटकलें तेज हो गई है। आरसीपी सिंह की राज्यसभा सदस्य की सदस्यता 7 जुलाई को समाप्त हो रही है और इस बार उन्हें उनकी पार्टी द्वारा उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। वही सोचने वाली बात यह है कि जेडीयू के पास अब कोई सीट भी नहीं है जिसपर वह आरसीपी सिंह को राज्यसभा भेज दे।
आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने कहा, अभी उनकी सांसदी का कार्यकाल बाकी है और चुनाव से पूर्व ही चुनाव चल रहा है। अभी उन्हें इस्तीफा देने की क्या आवश्यकता है अभी उनका काम चल रहा है। बाकी की जो भी चीजे है वह आगे निर्धारित की जाएगी और कौन मंत्री बनेगा यह भी बाद में निर्धारित होगा। अभी चीजे ठीक चल रही हैं समय आने पर निर्धारित किया जाएगा की क्या होगा। पार्टी में अभी हालात सही है कोई दिक्कत नहीं है।
नीतीश ने आगे कहा पार्टी में किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है। खीरू महतो हमारे झारखंड के पुराने साथी है इसलिए हमने उन्हें उम्मीदवार बनाया है। उनके उम्मीदवार बनाए जाने के बीच किसी को किसी भी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है।
खबर यह है कि जेडीयू में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच सब कुछ ठीक नहीं है उनके बीच जारी मतभेद को राज्यसभा का उम्मीदवार नहीं बनाए से जोड़ा जा रहा है।
खबर है कि आरसीपी सिंह इस बात से नीतीश सरकार से रुष्ट है बीजेपी के पास 303 सांसद हैं और उन्हें किसी ज़रूरत नहीं है. ये तो उनकी उदारता थी कि उन्होंने जेडीयू को मंत्री का एक पद दिया. चुनाव पूर्व गठबंधन था लेकिन चुनावी नतीजे के बाद सरकार बनाने में हमारी कोई भूमिका नहीं रह गई थी. कुछ लोग झगड़ा लगाने का काम करते हैं. उन्होंने एक पद दे दिया, वही बड़ी बात है।
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