Home Socially viral इस गांव में पैदा होने के कुछ समय बाद बच्चे हो जाते...

इस गांव में पैदा होने के कुछ समय बाद बच्चे हो जाते हैं अंधे, पेड़ का प्रकोप

31
0

डेस्क। दुनिया में कई ऐसी जगहें मौजूद हैं जिनके रहस्य से जितना पर्दा उठाने की कोशिश की जाए वो उतना ही उलझते जाते है। आज हम ऐसी ही एक रहस्यमय जगह के बारे में बात करेंगे। यह जगह अपने अंदर कई रहस्यों को समेटे हुए है। जिनपर से जितना पर्दा उठाने की कोशिश की गई दुनिया उसमें उतनी और उलझती चली गई।यहां तक वैज्ञानिक भी इन सवालों के जवाब अभी तक नहीं तलाश पाएं हैं।

दुनिया में ढेरो ऐसी जगह मौजूद हैं जिनके बारे में जानकर आम लोगों के साथ ही वैज्ञानिक भी भौचक्के रह गएं। इस जगहों के बारे में सुनकर लोग सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? लोगों के लिए इनपर विश्वास कर पाना मुश्किल होता है। ऐसा ही एक अजीब गांव है जिसके बारे में हम आज बात करेंगे। 

दुनिया की इन अजीब रहस्यमयी जगहों में मैक्सिको का एक गांव का नाम भी आता है। इस गांव बच्चों के जन्म के बाद कुछ ऐसा घटित होता है जो बेहद डराने वाला है। इस गाव में जन्म लेते वक्त तो बच्चे ठीक और स्वस्थ रहते हैं लेकिन कुछ दिनों बाद में ही उनकी आंखों की रोशनी चली जाती है। ऐसा सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि जानवरो के साथ भी होता है। जन्म लेने के कुछ समय बाद नवजात अंधे हो जाते हैं।

इसीलिए मैक्सिको के इस गांव को अंधों के गांव के नाम से भी जाना जाता है। यह गांव अपने इसी रहस्य के चलते पूरी दुनिया में जाना जाता है। वैसे असल में इस गांव का नाम टिल्टेप है जिसे आम तौर पर अंधों का गांव भी कहा जाता है। 

जानकारी के लिए बता दें कि टिल्टेपक गांव दुनिया के सबसे रहस्यमयी गांवों में से एक है। इस गांव में जेपोटेक नामक जनजाति रहती है।

इस गांव में रहने वाली जनजाति के लोग खुद के अंधा होने की वजह एक शापित पेड़ को मानते हैं जिस कारण स्वस्थ बच्चें की भी आंखों की रोशनी चली जाती है।

ग्रामीणों का मानना है कि यहां मौजूद लावजुएला नाम के एक पेड़ को देखने के बाद इंसान से लेकर पशु-पक्षी तक सभी अंधे हो जाते हैं। बता दें यह पेड़ इस गांव में सालों से मौजूद है। वहीं कई लोगों इसे सिर्फ अंधविश्वास करार देते हैं।

Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।