Home Socially viral भारत का ये समुदाय बेटी की शादी पर दहेज में देता है...

भारत का ये समुदाय बेटी की शादी पर दहेज में देता है इतने जहरीले सांप

54
0

डेस्क। भारत में अलग-अलग जगह के लोग अपनी अपनी परंपराओं को मानते हैं। भारत में कई ऐसी परंपराएं भी हैं जिनपर सरकार द्वारा रोक लगा दी गई है। इन्ही में से एक है दहेज प्रथ। बता दें भारत में दहेज प्रथा (Dowry) एक कानूनी अपराध है। लेकिन आज भी कई जगहों पर दहेज प्रथा का चलन है।

आमतौर पर शादियों (Indian Weddings) में दुल्हन के पिता अपनी बेटी को महंगे तोहफे दहेज के रूप में देते हैं जिसमें, कैश, गाड़ी, बंगला, टीवी,  फ्रिज आदि शामिल है। 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्यप्रदेश में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां पर दहेज में दुल्हन के पिता लड़के वालों को महंगे तोहफे की जगह जहरीले सांप (Venomous Snake) भेंट करते हैं। आपको ये बात सुनने में भले ही अजीब लग रही हो पर ये परंपरा सदियों से ऐसे ही चली आ रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, ये अजीबोगरीब प्रथा मध्य प्रदेश के गौरिया समुदाय के लोगों के बीच सदियों से प्रचलन में है। गौरिया जनजाति के लोग अपनी बेटी की शादी करने के बाद दामाद को 21 जहरीले सांप दहेज में देते हैं। इस समुदाय के लोगों के बीच मान्यता है कि बेटी की शादी में सांप देने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत बना रहता है। और अगर ऐसा न किया जाए तो रिश्ता टूट जाता है।

दहेज के लिए पिता को पकड़ने होते हैं सांप

स्थानीय लोगों की माने तो इस समुदाय के पिता बेटी की शादी तय होने के बाद दहेज देने के लिए सांप पकड़ना शुरू कर देते हैं। साथ ही इस प्रथा में गेंहुअन जैसे जहरीले सांप ज्यादा मात्रा में दिए जाने का चलन भी है। आपको इस गौरिया जनजाति के लोगों के घरों में बच्चे भी जहरीले सांपों के साथ खेलते नजर आ जाएंगे। यह उनके लिए आम है।

सांप पकड़ना ही जीने का जरिया

बता दें कि गौरिया समुदाय के लोग पेशे से सपेरे हैं। और इनका काम ही सांप पकड़ना होता है। इस समुदाय में सांपों को सुरक्षित रखने के लिए कई कड़े नियम भी हैं। जानकारी के मुताबित बताया गया है कि अगर सांप इनके पिटारे में मर जाए तो पूरे परिवार के लोगों को मुंडन भी कराना पड़ता है। 

Text Example

Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।